-अब सीचएसी में भी शुरू होगा बायोमेट्रिक अटेंडेंटस सिस्टम

JAMSHEDPUR : डॉक्टर्स और हेल्थ डिपार्टमेंट के कर्मचारियों की लेटलतीफी पर लगाम लगाने के लिए डिपार्टमेंट ने कमर कस ली है। अटेंडेंस को दुरुस्त करने के लिए अब डिस्ट्रिक्ट के सभी कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर्स (सीएचसी) में बायोमेट्रिक मशीन लगाने का निर्णय लिया गया है। सोमवार को सभी सेंटर्स पर मशीनें भिजवाई गईं। ईस्ट सिंहभूम की सिविल सर्जन डॉ विभा शरण ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) द्वारा मशीनें उपलब्ध करायी गई हैं।

नहीं चलेगा मनमाना रवैया

डिस्ट्रिक्ट के अधिकतर सीएचसी में अब तक डॉक्टर्स का मनमाना रवैया चलता था। जब मना आया सेंटर में आए, जब मन किया निकल गए। इसे लेकर कई डॉक्टर्स पर विभागीय कार्रवाई भी हुई, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही। सरकार ने अब इन डॉक्टर्स पर शिकंजा कसने की कवायद शुरू कर दी है। जिले के सभी नौ सीएचसी पर बायोमैट्रिक अटेंडेंस मशीन लगाई जाएंगी। इसके लिए डॉक्टर्स समेत अन्य स्टाफ के फिंगर इंप्रेशन लिए जाएंगे। यह मशीन हेल्थ डिपार्टमेंट के डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर से अटैच होंगी। कौन डॉक्टर कितने बजे हेल्थ सेंटर पहुंचा और कितने बजे वापस गया इससे सारी जानकारी मिलेगी। महीने के अंत में पूरी डिटेल निकाली जाएगी। जो भी डॉक्टर समय से नहीं पहुंचेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

खराब होने लगी मशीनें

एक तरफ जहां हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा ज्यादा से ज्यादा हेल्थ सेंटर्स में बायोमेट्रिक सिस्टम लगाए जाने की कोशिश की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ जिन जगहों पर पहले से बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं, वो खराब भी होने लगी हैं। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में करीब दो माह से बायोमैट्रिक सिस्टम खराब पड़ा हुआ है। वहीं, सदर हॉस्पिटल में भी यही हाल है। एमजीएम कॉलेज एंड हॉस्पिटल व सदर अस्पताल में लगने के करीब चार-पांच दिनों के बाद ही बायोमैट्रिक सिस्टम खराब हो गया। इसके बाद आजतक उसपर अमल नहीं हुआ। अब सदर हॉस्पिटल के लिए रांची से नई बायोमैट्रिक मशीन आई है।

एक सप्ताह के अंदर सभी सीएचसी और सदर में बायोमैट्रिक सिस्टम शुरू हो जाएगा। सभी केंद्रों पर मशीनें भेज दी गई हैं। इससे समय पर डॉक्टर पहुंच सकेंगे और मरीजों को फायदा पहुंचेगा।

डॉ विभा शरण, सिविल सर्जन, ईस्ट सिंहभूम