हायर एजुकेशन संस्थानों में स्टूडेंट्स की भी होगी बायोमेट्रिक हाजिरी

-टीचर्स के रोजाना पढ़ाने के घंटों की भी होगी गिनती,

-कम से कम पांच घंटे पढ़ाना ही होगा

-टीचर्स की बायोमेट्रिक हाजिरी को उच्च शिक्षा विभाग करेगा मॉनिटर

-विभाग को संस्थान उपलब्ध कराएंगे अटेंडेंस का ब्योरा

DEHRADUN: प्रदेश के हायर एजुकेशन संस्थानों में अब टीचर्स ही नहीं बल्कि स्टूडेंट्स भी अंगूठा लगाएंगे। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने टीचर्स की अटेंडेंस के लिए पहले ही बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था लागू कर दी है, लेकिन जल्द ही यहां पढ़ने वाले यूजी और पीजी लेवल के स्टूडेंट्स की अटेंडेंस भी बायोमेट्रिक सिस्टम से ली जाएगी। हायर एजुकेशन मिनिस्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस पर फैसला किया गया।

नई सरकार का अहम फैसला

नई सरकार के अस्तित्व में आने के बाद विभिन्न विभागों की कमान संभाल रहे मंत्री भी हरकत में आ गए हैं। इसी क्रम में बीते दिनों मिनिस्टर हायर एजुकेशन धन सिंह रावत ने हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने विभिन्न बिंदुओं पर लिए गए फैसलों के अनुपालन को सुनिश्चित किए जाने की बात कही। बैठक में हायर एजुकेशन संस्थानों में टीचर्स की नियमित हाजिरी को बायोमेट्रिक मशीनों के जरिए लिए जाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि टीचर्स की हाजिरी को हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा नियमित रूप से मॉनिटर किया जाए। इसके लिए संस्थानों को टीचर्स की बायोमैट्रिक हाजिरी की रिपोर्ट उच्च शिक्षा निदेशालय को भेजनी होगी। इतना ही नहीं कॉलेजों में नियुक्त टीचर्स को अनिवार्य रूप से रोजाना कम से कम पांच घंटे क्लास लेनी होगी।

स्टूडेंट्स का भी रखा जाएगा रिकॉर्ड

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने बीते साल टीचर्स की अटेंडेंस को बायोमेट्रिक मशीनों द्वारा लिए जाने का निर्णय लिया था। जिसके बाद संस्थानों में टीचर्स की बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था भी कर दी गई थी। लेकिन अब प्रदेश सरकार एक कदम आगे जाते हुए स्टूडेंट्स की अटेंडेंस को भी बायोमेट्रिक मशीनों के जरिए लिए जाने की व्यवस्था करने जा रही है। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट को इसे लेकर निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। विभाग जल्द ही कॉलेजों में स्टूडेंट्स के लिए भी बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था करने की योजना बना रहा है। हालांकि इसे लेकर विभाग पहले संस्थानों में सक्रिय छात्र संगठनों के साथ संवाद स्थापित करेगा। सब ठीक रहा तो जल्द ही व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।

बैठक के मुख्य बिंदु

- हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस में टीचर्स अनिवार्य रूप से पांच घंटे मौजूद रहें।

- संस्थानों में टीचर्स की बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

- टीचर्स की हाजिरी की रिपोर्ट संस्थान हायर एजुकेशन निदेशालय भेजेंगे।

- संस्थानों के ख्00 मीटर के दायरे में मादक पदार्थो की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित।

- निर्धारित दायरे में स्थित ऐसी दुकानों को तत्काल हटाए जाने के निर्देश दिए।

प्रदेश में संस्थानों की संख्या पर नजर

कैटेगरी संख्या

सेंट्रल यूनिवर्सिटी- 0क्

स्टेट यूनिवर्सिटीज- क्0

डीम्ड यूनिवर्सिटीज- 0फ्

प्राइवेट यूनिवर्सिटीज- क्क्

गवर्नमेंट डिग्री कॉलेजेज- 99

एडिड कॉलेजेज- क्म्

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समीक्षा बैठक में शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता और मौजूदा परेशानियों को दूर करने पर विचार मंथन व कुछ फैसले लिए गए हैं। इन्हीं में बायोमेट्रिक मशीनों को लगाया जाना और संस्थानों के आस पास का इलाका नशा मुक्त रखने का निर्णय लिया गया है। विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही योजनाओं पर कार्य शुरू किया जाएगा।

- धन सिंह रावत, मिनिस्टर, हायर एजुकेशन, उत्तराखंड

टीचर्स के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था पहले से लागू है। स्टूडेंट्स के लिए भी अगर व्यवस्था लागू होगी तो इससे व्यवस्था में सुधार करने में मदद मिलेगी। छात्र संगठनों के साथ विभाग अपने स्तर पर बातचीत करेगा। इसके अलावा जिन अन्य बिंदुओं पर दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं उनका पालन किया जाएगा।

- डा। देवेंद्र भसीन, प्रिंसिपल, डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून