छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स और स्टाफ्स का ड्यूटी के दौैरान गैर हाजिर रहना उनके लिए मंहगा पड़ सकता है। डीसी डॉ अमिताभ कौशल ने सिविल सर्जन डॉ विभा शरण को एक पत्र जारी कर पूछा है कि सिविल सर्जन ऑफिस और सदर हॉस्पिटल में बायोमैट्रिक सिस्टम क्यों नहीं लगा, जबकि यह मशीनें काफी पहले ही उपलब्ध कराया जा चुका है। डीसी ने बायोमीट्रिक सिस्टम को जल्द से जल्द लगाने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया।

निर्देश की अवहेलना

कई बार बायोमैट्रिक सिस्टम लगाने के निर्देश दिए जा चुके है, लेकिन सदर अस्पताल में यह अबतक नहीं लग सका है। नतीजा है कि डॉक्टर से लेकर कर्मचारी अपने मन-मुताबिक ड्यूटी करते है। डॉक्टर्स और कर्मचारियों के ड्यूटी के वक्त मौजूद नहीं रहने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हॉस्पिटल्स में कई डॉक्टर्स के समय पर नहीं आने और ड्यूटी आवर खत्म होने से पहले ही निकल जाने की शिकायत एडमिनिस्ट्रेशन को मिलती रही हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए डिपार्टमेंट ने बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाने का प्लान बना। सोमवार से यह प्रक्रिया लागू हो जाएगी।

नही दिखा रहे दिलचस्पी

हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा सभी डॉक्टर्स और कर्मचारियों को एक-एक फॉर्म में अपने डिटेल्स देने को कहा गया है, लेकिन इसमें न तो डॉक्टर दिलचस्पी दिखा रहे है और न ही कर्मचारी। जिसके कारण अबतक बायोमीट्रिक मशीन जंग खा रही है। सिविल सर्जन डॉ विभा शरण ने कहा कि शुक्रवार तक सभी डॉक्टर्स और स्टाफ्सको फॉर्म भरकर देने को कहा गया है, ताकि अगले दो दिनों के अंदर बायोमीट्रिक सिस्टम शुरू किया जा सके। सदर हॉस्पिटल और सिविल सर्जन ऑफिस में करीब 150 कर्मचारी बायोमीट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस बनाएंगे। फिलहाल दो ही मशीने लगाए जाएंगे। सदर हॉस्पिटल में कान्ट्रैक्ट और स्थायी मिलाकर करीब 125 स्टाफ्स हैं। इसमें 21 डॉक्टर शामिल है। सिविल सर्जन ऑफिस में 25 कर्मचारी है।

क्वोट

विधानसभा चुनाव की ड्यूटी में डॉक्टर्स और स्टाफ्स के चले जाने से बायोमैट्रिक सिस्टम शुरू होने में विलंब हुई है। इसे जल्द ही शुरू किया जाएगा। शुक्रवार से इसकी तैयारी जोर-शोर से चलेगी।

डॉ। विभा शरण

सिविल सर्जन, पूर्वी सिंहभूम