-कर्मचारियों की हाजिरी के लिए लगवाई बायोमैट्रिक अटेडेंस मशीन

-स्टोर रूम में बायोमैट्रिक मशीन होने के बावजूद क्लास रूम नहीं लगाई

>BAREILLY: प्रोफेसर रेगुलर क्लास अटेंड करें और कर्मचारी भी टाइम से कॉलेज पहुंचे इसके लिए बीसीबी में आई अधिकतर बायोमैट्रिक मशीन धूल फांक रही है। बीसीबी एडमिनिस्ट्रेशन ने सिर्फ एक मशीन का इस्तेमाल कर्मचारियों की हाजिरी लगाने के लिए किया है। जबकि उसके इस कदम से कर्मचारियों में भी रोष है कि एडमिनिस्ट्रेशन दोहरा मापदंड अपना रहा है। कर्मचारियों पर सख्ती की जा रही और प्रोफेसर को छूट दी गई है।

तीन वर्ष पहले खरीदी गई मशीन

कॉलेज की शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने के लिए कॉलेज मैनेजमेंट ने करीब तीन वर्ष पहले 15 बायोमैट्रिक मशीन खरीदी थी, लेकिन उन्हें लगवाने की जहमत नहीं उठाई। नतीजन सभी बायोमैट्रिक मशीन स्टोर रूम में धूल फांक रही हैं। वहीं, कर्मचारियों पर नकेल कसने के लिए मैनेजमेंट ने एक बायोमैट्रिक मशीन कार्यालय अधीक्षक के यहां लगवा दी है, लेकिन बाकी की बायोमैट्रिक मशीनों को क्लासरूम के बाहर नहीं लगवाया गया है। जिसके चलते कई प्रोफेसर्स क्लास अटेंड नहीं करते हैं। जिसका असर स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर पड़ता है।

स्टूडेंट्स बनाते हैं मुद्दा

वहीं, प्रोफेसर्स के क्लास अटेंड नहीं करने को स्टूडेंट्स मुद्दा बनाते हैं, कॉलेज में धरना-प्रदर्शन करते हैं। कॉलेज मैनेजमेंट बायोमैट्रिक अटेंडेंस मशीन लगवाने का आश्वासन देकर स्टूडेंट्स को शांत करा देता है, लेकिन बाद में कोई कदम नहीं उठाया जाता है। कॉलेज ने तीन साल पहले 45 हजार की कीमत से 15 बायोमैट्रिक मशीन खरीदी थी। जिनमें से अब तक सिर्फ एक लग पाई है। जबकि बाकी स्टोर में बंद है।