सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया कदम

>BAREILLY:

सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने प्रदेश की सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने और ग्रामीणों को राशन मिले इसको सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम से राशन बांटने की कवायद को लागू करने के लिए ट्रायल शुरू कर दिया है। मीरगंज नगर पंचायत में इस सिस्टम से राशन देने के लिए शुरू हुए ट्रायल के तहत ग्रामीणों से इंफार्मेशन कलेक्ट की जा रही हैं। ट्रायल में कामयाबी के बाद पूरी डिस्ट्रिक्ट में स्कीम लागू कर दी जाएगी।

मीरगंज में ट्रॉयल हुआ शुरू

इस स्कीम के तहत मीरगंज नगर पंचायत में शुरू हुए ट्रॉयल में लोगों से आधार नंबर लेकर लिंक से जोड़ने का वर्क शुरू किया गया है। विभाग की पूरी कोशिश है कि यह नई व्यवस्था जल्द शुरू की जा सके। इसके लिए उपभोक्ताओं के राशन कार्ड और बैंक खाते की जानकारी आईटी विभाग आधार कार्ड से जोड़ेगा। आधार कार्ड से जुड़ते ही परिवार के सदस्यों का डाटा पीओएस मशीन में रिकॉर्ड हो जाएगा। उचित मूल्य की दुकान पर उपभोक्ताओं को राशन कार्ड नहीं होने पर भी बायोमेट्रिक सिस्टम मशीन पर अंगुलियों की निशानी देने पर अनाज मिल जाएगा।

उपभोक्ता को मिलेगा बिल

बायोमेट्रिक व्यवस्था लागू होते ही राशन सामग्री की खरीद पर उपभोक्ता को बिल मिलेगा। अब तक परिवार राशन कार्ड में उचित मूल्य दुकानदार की ओर से लिखी जाती थी, लेकिन अब उसको मशीन से निकलने वाला बिल मिलेगा। बिल स्लिप में राशन सामग्री, उसकी मात्रा और दर अंकित होगी।

मीरगंज के नगर पंचायत में ट्रॉयल चल रहा है। राशन कार्ड होल्डर्स की जानकारी आधार से लिंक की जा रही है। जल्द ही लोगों को बायोमेट्रिक से राशन बंटेगा।

केएल तिवारी, डीएसओ