-स्टेट नर्सिग काउंसिल ने भी शुरू किया टै्रकिंग सिस्टम

-नर्सिग स्टूडेंट्स के सही आंकड़ों के लिए आईएनसी ने जारी किए गाइड लाइन

DEHRADUN: स्कूल व कॉलेजों से पास आउट होने वाले स्टूडेंट्स को अब नर्सिग काउंसिल में रजिस्ट्रेशन के लिए नर्सिग रजिस्ट्रेशन ट्रैकिंग सिस्टम (एनआरटीएस) से गुजरना होगा। यहीं नहीं इंडियन नर्सिग काउंसिल (आईएनसी) ने तो पांच साल के गैप होने के बाद दोबारा काउंसिल में रजिस्ट्रेशन के लिए सर्विस सर्टिफिकेट की अनिवार्यता भी कर दी है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन से पहले स्टूडेंट को सर्विस सर्टिफिकेट देना अनिवार्य होगा

13 हजार तक पहुंची रजिस्ट्रेशन

स्टेट में नर्सिग काउंसिल में हर साल नर्सिग के रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। नर्सिग रजिस्ट्रार कार्यालय के आंकड़े बताते हैं राज्य गठन के बाद शुरुआत में जहां सीमित संख्या में रजिस्ट्रेशन हुआ करते थे, अब उनकी संख्या हजारों तक पहुंच गई है। हर साल लगातार सरकारी व गैर सरकारी नर्सिग कॉलेज व स्कूल खुलना भी इसकी प्रमुख वजह है। हालांकि कितनों को रोजगार मिल पा रहा है, यह स्पष्ट आंकड़ा नहीं है। लेकिन अब नर्सिग काउंसिल ने एनआईसी के गाइड लाइन के मुताबिक रजिस्ट्रेशन के लिए सख्ताई बरतनी शुरू कर दी है। कई नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं

मिलेगी यूनिक आइडेंटीटी

उत्तराखंड नर्सिग काउंसिल के रजिस्ट्रार हंसा नेगी के मुताबिक कोई भी नर्सिग का स्टूडेंट पास आउट होने के पांच साल बाद अपना रजिस्ट्रेशन करवाता है तो उसको इस बीच का अपना सर्विस सर्टिफिकेट देना जरूरी होगा। आईएनसी ने इसको स्किल बेस्ड कोर्स मानते हुए इसको अनिवार्य कर दिया है। यह भी कहा गया है कि नर्सिग के स्टूडेंट्स के लिए अब रिफ्रेशर कोर्स भी होंगे। जिससे उनका नॉलेज अपडेट रहे। रजिस्ट्रार की मानें तो रजिस्ट्रेशन से पहले नर्सिग स्टूडेंट्स का अब बायोमेट्रिक वैरीफिकेशन जरूरी कर दिया गया है। जिसके बाद नर्सिग स्टूडेंट्स को एनयूआईडी (नर्सिग यूनिक आइडेंटी) कार्ड जारी किया जाएगा। रजिस्ट्रार का कहना है कि कई नर्सिंग स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन के बाद विदेश में नौकरी के लिए निकल जा रहे हैं तो कइयों ने दो-दो राज्यों में अपना पंजीकरण करवाया है। दो-दो राज्यों में रजिस्ट्रेशन के बाद कई नर्सिग स्टूडेंट्स टीचिंग में फायदा उठा रहे हैं। इसकी शिकायत को देखते हुए अब नर्सिग रजिस्ट्रेशन ट्रैकिंग सिस्टम शुरू करने की व्यवस्था की है। काउंसिल का कहना है कि इससे नर्सिंग के सही आंकड़ों की भी जानकारी उपलब्ध हो पाएगी।

-स्टेट में नर्सिग स्कूल व कॉलेजों की कुल संख्या --फ्म्

-सरकारी स्कूल व कॉलेज---09

-प्राइवेट स्कूल व कॉलेजों की संख्या--ख्9

-ज्यादा जानकारी डब्ल्यूडब्ल्यू डॉट यूके एनएमसी स्लैश नर्सिग डॉट ओआरजी पर है मौजूद।

-इसके अलावा उत्तराखंड नर्सिग काउंसिल की साइट पर मान्यता प्राप्त संस्थानों की भी है जानकारी।

-अब तक राज्य में क्फ् हजार नर्सिग स्टूडेंट्स का हो चुका है रजिस्ट्रेशन।

-इनमें से पांच हजार एएनएम व आठ हजार बीएससी, एमएससी नर्सिग व जीएनएम शामिल हैं।