वैष्णो देवी से दर्शन कर इनोवा से लौट रहा था परिवार

एयर बैग खुलने पर बची दो की जान, पोस्टमार्टम पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट

आगरा। थाना एत्मादपुर इनर रिंग रोड पर हादसे में पांच साल के मासूम समेत तीन की मौत हो गई। परिवार बैष्णो देवी से बेटे का जन्मदिन मनाकर लौट रहा था। पुलिस और ग्रामीणों ने किसी तरह कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। चालक की झपकी के चलते भीषण हादसा हुआ। कार डिवायडर से टकराने के बाद पलट गई।

बेटे का जनम दिन मनाने गया था परिवार

फरीद नगर, लखनऊ निवासी विजय सिंह कॉल सेंटर संचालक हैं। उनके 5 वर्षीय बेटे का 30 मई को जनम दिन था। परिवार 29 मई को बैष्णों देवी गया था। विजय सिंह के साथ बेटे के अलावा 3 वर्षीय बेटी व पत्‍‌नी गुंजन थी। इनके साथ इनके थाना संगीपुर, प्रतापगढ़, निवासी दोस्त राजेश का परिवार भी था। राजेश सिंह लैब टैक्नीशियन हैं। वह पत्‍‌नी 40 वर्षीय आशा सिंह, 20 वर्षीय बेटी दीक्षा सिंह व बेटा आदित्य साथ था। गाड़ी सीतापुर निवासी चालक रामदीन चला कर ले गया था।

चालक से गाड़ी लेकर खुद चलाई

30 मई को परिवार ने जनम दिन मनाया। गुरुवार की सुबह 9 बजे परिवार वहां से चल दिया। अमृतसर में परिवार ने गोल्डन टेम्पल देखा। रात में 4 बजे राजेश ने चालक से कार ले ली और खुद चलाने लगे। चालक को बराबर से बैठा लिया। बाकि लोग पीछे बैठे थे। विजय सबसे पीछे वाली सीट पर बैठे थे। रात में एक्सप्रेस-वे पर चाय के लिए भी गाड़ी रोकी थी।

अचानक से डिवायडर से टकरा कर पलटी कार

सुबह 6 बजे राजेश कार ड्राइव कर इनर रिंग रोड पर आ गए। यहां पर कार अचानक से अनियंत्रित होकर डिवायडर से टकरा गई। टकराते ही कार पलटे खा गई। इस दौरान कार में बैठे लोग फंस गए। चीख-पुकार सुन आस पास के लोग जमा हो गए। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। किसी तरह कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। एयर बैग खुलने से राजेश और चालक की जान बची।

तीन लोगों की हो गई मौत

भीषण हादसे में राजेश सिंह की पत्‍‌नी आशा सिंह, बेटी दीक्षा सिंह व विजय सिंह के बेटे अर्जित की मौत हो गई। अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने सभी के शव को पोस्टमार्टम भेज दिया। पोस्टमार्टम हाउस पर सिटी मजिस्ट्रेट योगेंद्र कुमार पहुंच गए थे। इन्होने परिवार को ढांढस बंधाया।

इकलौते बेटे के जन्मदिन की खुशी मातम में बदली

पांच साल का अर्जित विजय सिंह का इकलौता बेटा था। बेटे का बर्थ डे परिवार धूमधाम से मनाना चाहता था। वह बेटे को मां बैष्णो का आर्शीवाद दिलाने ले गए थे। परिवार खुशी-खुशी वापस लौट रहा थ्ज्ञा कि हादसा हो गया। विजय ने बेटे का पोस्टमार्टम नहीं कराया। बेटे की मौत से विजय सिंह को गहरा आघात पहुंचा है।

मंजर को याद कर कांप रहे थे लोग

पोस्टमार्टम हाउस पर मृतकों के परिजन बैठे थे। बात करते-करते अचानक से सभी उस मंजर को याद कर चीख पड़ते थे। सभी अपने उस पल को याद कर रहे थे जब दर्शन करने गए। एक ही पल में उनके अपने बहुत दूर निकल गए। बार-बार लोग अपनी यात्रा को कोस रहे थे। राजेश पत्‍‌नी को बेटी की मौत से टूट गए। बार-बार रोते हुए बेटे आदित्य को दिलासा देते हुए समझा रहे थे लेकिन बेटा पिता की आंखों से बहता पानी देख खुद को नहीं रोक पा रहा था।

चालक की तरफ बैठे लोगों की मौत

सिटी मजिस्ट्रेट योगेंद्र कुमार ने बताया कि हादसा बहुत भीषण था। जो लोग चालक की तरफ की साइड बैठे थे। उनकी मौत हुई है। डिवायडर से कार टकराने के बाद पलट गई जिससे लोगों की मौत हुई। सम्भावना बन रही है कि चालक को झपकी आने से हादसा हुआ।