डेली सोप सीरियल्स की बेहतरीन अदाकारा
टीवी सीरियल 'शांति' से शुरू हुआ मंदिरा का रंगमंच का ये सफर आगे बढ़ा और पहुंचा एक अन्य टीवी शो 'औरत' (दूरदर्शन और सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाला) पर. इस सीरियल में भी दर्शकों ने इनकी भूमिका को काफी सराहा. इसके बाद ये नजर आईं सीरियल 'दुश्मन' (दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला) में. इसके बाद मंदिरा एक ब्रेक के बाद नजर आईं एकता कपूर के काफी लोकप्रिय धारावाहिक 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में.

बड़े पर्दे पर भी दिखाया जलवा  
इसके अलावा मंदिरा ने बड़े पर्दे पर भी खूब जलवे बिखेरे. फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में भले ही इन्होंने कुछ समय का साइड रोल किया हो, लेकिन सहमी और सीधी सी दूल्हे की बहन के किरदार में इन्होंने क्या खूब रंग जमाया. फिल्म के मशहूर टाइटिल ट्रैक 'डोली सजा के रखना...' में शाहरुख संग ठुमके लगाके इन्होंने दर्शकों को दिल ही जीत लिया.

क्लिक करें इसे भी : देखें, मंदिरा बेदी की कुछ Rare Pics 

जब मंदिरा बन गईं क्रिकेट होस्ट
एक्टिंग के मनोरंजक चैनल्स के साथ-साथ मंदिरा अब स्पोर्ट्स चैनल पर भी नजर आने लगीं थीं. दरअसल एक्ट्रेस के साथ-साथ अब वह बन गईं थीं एक कुशल  क्रिकेट होस्ट भी. इन्होंने 2003 और 2007 में ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान होस्टिंग करके खुद की स्पोर्टिंग इस्पिरिट को भी साबित कर दिया. इसके अलावा इन्होंने 2004 और 2006 में भी चैंपियंस ट्रॉफी और IPL सीजन 2 के दौरान सोनी मैक्स चैनल के लिए भी होस्टिंग की. IPL सीजन 3 में मंदिरा ने ब्रिटिश नेटवर्क ITV के लिए मैच की कवरेज की. इन सभी मैचों में होस्टिंग के अलावा मंदिरा कई बार IPL के दौरान क्रिकेट कमेंटेटर्स के साथ बाकायदा कमेंट्री करती भी नजर आईं.

'शांति' के खास पांच अवतार

फैशन डिजाइनर
एक्ट्रेस और क्रिकेट होस्ट के अलावा मंदिरा में फैशन को नया अंदाज देने का भी हुनर बखूबी समाया था. इसके मद्देनजर वह कई क्षेत्रों में एक कुशल फैशन डिजाइनर के रूप में भी नजर आईं. वो बात और है कि मंदिरा का ये रूप जरा देर से दर्शकों के सामने आया. बतौर डिजाइनर मंदिरा ने 2014 के 'Lakme Fashion Week' में अपने स्पेशल साड़ी कलेक्शन के साथ बेहतरीन शुरुआत की. इस Fashion Week में इनके खास कलेक्शन को खूब तारीफ भी मिली. इसका मतलब कि मंदिरा इस क्षेत्र में भी हिट हो गईं.

मंदिरा जुड़ीं PETA से
मंदिरा को जानवरों से बहुत प्यार है. इसी को लेकर जानवरों की खाल से चमड़ा तैयार करने के वो सख्त खिलाफ हैं. मंदिरा कहती हैं कि कैसे लोग जानवरों की खाल को अपने पैरों में या बदन पर सजा सकते हैं. ये वही मासूम जानवर हैं जिनकी बेजुबानी का फायदा उठाकर लोग इन्हें अपने फायदे के लिए बेदर्दी से मार देते हैं और इनकी खाल का इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए करते हैं. जानवरों के खिलाफ इस कदम को रोकने के लिए मंदिरा ने PETA (People for the Ethical Treatment of Animals) का हाथ थामा. इससे जुड़कर इन्होंने अशुद्ध चमड़े के इस्तेमाल को लेकर काफी सराहनीय कदम उठाए.

Hindi News from Television News Desk

 

Interesting News inextlive from Interesting News Desk