शुरू किए गए थे तीन कोर्सेज

बीआईटी के लालपुर, नोयडा, जयपुर, पटना और देवघर एक्सटेंशन सेंटर में 2011 में  तीन नए कोर्स शुरू किए गए थे। इसमें फाइव ईयर इंटीग्रेटेड कोर्स इन एमबीए, एमसीए और एमएससी शामिल था। लेकिन, 2013 से सिर्फ एमएससी की ही पढ़ाई होगी। बीआईटी मैनेजमेंट का कहना है कि इन दोनों कोर्सेज को जहां स्टूडेंट्स का रिस्पांस कम मिल रहा था, वहीं प्लेसमेंट को लेकर भी दिक्कतें थीं।

एमएससी की होगी पढ़ाई  
बीआईटी के सभी एक्सटेंशन सेंटर्स में पहले की तरह एमएमसी के पांच साल के कोर्स के लिए स्टूडेंट्स का एडमिशन होगा। इसके तहत प्लस टू के बाद डायरेक्ट एमएससी की पढ़ाई कर सकते हैं। पर एमबीए व एमसीए के लिए यह फैसिलिटी अब स्टूडेंट्स को नहीं मिलेगी। गौरतलब है कि फाइव ईयर इंटीग्रेटेड कोर्स के तहत 12वीं के बाद स्टूडेंट्स एमबीए व एमसीए की डायरेक्ट पढ़ाई करते थे। लेकिन  अब यहां पहले की तरह तीन साल के  बीबीए और बीसीए कोर्स के लिए ही एडमिशन होगा।

कर सकेंगे पढ़ाई पूरी
इंस्टीट्यूट के डीन, एडमिशन डी शासमल ने बताया कि जो फाइव ईयर इंटीग्रेटेड कोर्स कर रहे हैं, उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। इन स्टूडेंट्स को फाइव ईयर इंटीग्रेटेड कोर्स की डिग्री दी जाएगी। हालांकि 2013 सेशन से सभी एक्सटेंशन सेंटर्स में पहले की ही तरह बीबीए व एमसीए के लिए ही स्टूडेंट्स का एडमिशन लिया जाएगा।