- सर्किट हाउस में मीडिया से रूबरू जिला पंचायत अध्यक्ष ने सुभासपा पर निकाली भड़ास, बोलीं, भाजपा में ही दलितों का सम्मान

- भाजपा अध्यक्ष को बताया अभिभावक, कहा, उनका अपमान बर्दाश्त नहीं

सत्ता में काबिज भाजपा और सुभासपा नेताओं की बयानबाजी चरम पर पहुंचती जा रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ। महेंद्रनाथ पांडेय और सुभासपा के अजगरा विधायक कैलाश सोनकर के बीच छिड़ी जुबानी जंग में शुक्रवार को एक और नया राकेट गिरा। प्रदेश अध्यक्ष डॉ। महेंद्र नाथ पांडेय का बचाव करते हुए अजगरा विधायक कैलाश सोनकर की भांजी व जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर ने अपने ही मामा कैलाश सोनकर को कटघरे में खड़ा किया। उस आरोप का खंडन किया जिसमें उन्होंने भाजपा को दलित विरोधी करार दिया था। सर्किट हाउस में मीडिया से रूबरू अपराजिता ने कहा कि यदि भाजपा दलित विरोधी होती तो आज देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नहीं होते। कहा, कैलाश सोनकर निजी संबंध के अनुसार मामा हैं लेकिन महेंद्र पांडेय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नाते अभिभावक हैं। उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के विधायक कैलाश सोनकर को चोर कहे जाने पर कहा कि प्रदेश अध्यक्ष की मंशा किसी का अपमान करने की नहीं थी।

जिसे मंत्री बनाया वही उगल रहा जहर

पूरे रौ में रहीं अपराजिता ने कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ विधायक बनने वाले कैलाश नाथ सोनकर की पार्टी ने योगी सरकार को समर्थन दिया। पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री बनाया और आज वही भाजपा के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। अपराजिता ने कहा कि उनके लिए पार्टी का हित सर्वोपरि है। कहा, भाजपा ने मुझे सम्मान दिया इसलिए वह सदैव पार्टी के साथ खड़ी रहेंगी। उनके पिता और मामा पर लग रहे करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप पर राजनीतिक जवाब देते हुए कहा कि राजनीति में आरोप लगते रहते हैं। सरकार को महसूस होगा तो जांच होगी।