नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एसबीएस त्यागी ने बीबीसी को बताया, “इस मामले में 14 लोगों को गिरफ़्तार किया है. इन लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है."

उन्होंने कहा, "इन पर दंगा करने, पथराव, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, पुलिस के आदेश का उल्लंघन करने और पुलिस को नुकसान पहुंचाने का आरोप है.”

इस बीच आप और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है.

आप के नेता आशुतोष ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर काम कर रही है जबकि भाजपा का कहना है कि आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं को अराजकता का प्रमाण दिया है.

आरोप

"अभी तक पुलिस ने भाजपा के किसी कार्यकर्ता के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है? ये दर्शाता है कि दिल्ली पुलिस नरेंद्र मोदी से निर्देश ले रही है."

-आशुतोष, नेता, आम आदमी पार्टी

बीबीसी से बातचीत में आशुतोष ने कहा, "अभी तक पुलिस ने भाजपा के किसी कार्यकर्ता के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है? ये दर्शाता है कि दिल्ली पुलिस मोदी से निर्देश ले रही है. इस मामले में दिल्ली पुलिस का रवैया निहायत ही ग़ैर-ज़िम्मेदाराना है."

उन्होंने आगे कहा, "हिंसा का काम भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने नलिन कोहली के नेतृत्व में किया है."

आशुतोष का कहना था कि बुधवार रात को आप के 33 कार्यकर्ताओं को पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में हिरासत में लिया गया था जिसमें से देर रात 16 महिलाओं और कुछ बच्चों को छोड़ दिया गया.

उन्होंने कहा, "महिलाओं और कुछ बच्चों समेत हमारे 16 कार्यकर्ताओं को रात में छोड़ दिया गया लेकिन हमारे 17 कार्यकर्ता अब भी वहां हैं. इसका मतलब साफ़ है कि उन्हें गिरफ़्तार किया गया है और दिल्ली पुलिस हमें एफ़आईआर की कॉपी नहीं दे रही है."

अराजक सोच

वहीं भाजपा के नलिन कोहली ने मीडिया को बताया, "आप के कार्यकर्ताओं, जिनमें आशुतोष भी शामिल थे, ने अराजकता का प्रमाण दिया है."

उन्होंने कहा, "ये पूर्व नियोजित अराजकता थी. तुरंत एसएमएस भेजे गए और एक साथ ही अलग-अलग स्थानों पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और यहां तक कि केरल में इनके कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के कार्यालयों के बाहर पहुंचे. इसका ये मतलब है कि ये माओवादी और अराजक सोच है."

भाजपा-आप झड़प: 14 लोग गिरफ़्तार

मीडिया में आ रही ख़बरों के मुताबिक़ आप के नेताओं आशुतोष और शाज़िया इल्मी के नाम एफ़आईआर में हैं.

हालांकि आशुतोष ने बीबीसी को बताया कि उन्हें इस बारे में कोई औपचारिक जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में मीडिया से जानकारी मिली है.

उधर मीडिया से बात करते हुए दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, "हमने एफ़आईआर दर्ज की है, 14 लोगों को गिरफ़्तार किया हैं जिन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा."

कार्रवाई

एफ़आईआर में दर्ज नामों के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा, "नाम आपको सब मालूम हैं, आशुतोष भी उसमें हैं. सारे नेता जो वहां थे उन सबके नाम हैं और सबके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी."

"आप के कार्यकर्ताओं, जिनमें आशुतोष बिल्कुल सामने थे, ने अराजकता का प्रमाण दिया है."

-नलिन कोहली, नेता, भारतीय जनता पार्टी

उधर आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के ग़लत काम के लिए माफ़ी मांगी है.

गुजरात के दौरे के दूसरे दिन दिल्ली के पूर्व मुख्य मंत्री केजरीवाल ने कहा, “कल मुझे पता चला कि हमारे एक-आध कार्यकर्ता शायद ऐसे हैं जिन्होंने बदले की कार्रवाई में हिंसा की."

उन्होंने कहा, "मैंने कल भी इसके लिए माफ़ी मांगी थी कि हमारा कोई भी कार्यकर्ता अगर कोई ग़लत काम करता है तो उसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूं. मैं अपने कार्यकर्ताओं से कहती हूं कि हमें किसी भी हालत में हाथ नहीं उठाना है.”

प्रदर्शन

इससे पहले बुधवार दोपहर को केजरीवाल को गुजरात पहुंचने के कुछ घंटे बाद ही गुजरात पुलिस ने रोका और थाने ले गई हालांकि कुछ देर बाद ही उन्हें छोड़ दिया गया.

केजरीवाल ने एक ट्विटर संदेश में कहा, "गुजरात पुलिस ने मुझे बिना किसी बात के रोके रखा और बाद में कई वजह बताते हुए मुझे जाने दिया."

इस घटना के ख़िलाफ़ आप ने दिल्ली में भाजपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान भाजपा और आप के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई और पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा. समर्थकों ने एक-दूसरे पथराव भी किया.

दिल्ली पुलिस के मुताबिक़ प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार का इस्तेमाल किया. घटना में 28 लोग ज़ख़्मी हुए थे जिनमें आप के 13, भाजपा के 10 कार्यकर्ता, पुलिस के चार जवान और एक मीडियाकर्मी शामिल है.

International News inextlive from World News Desk