- तीसरे चरण के प्रचार के लिए निकले नितिन गडकरी

- नीतीश, लालू और कांग्रेस को कहा मल्टी कम्युनल

PATNA: भारतीय जनता पार्टी के एक्स प्रेसीडेंट नितिन गडकरी ने कहा कि बिहार के डीएनए में ही जातीयता कूट कूट कर भरी है। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान से यू टर्न लेते हुए कहा कि बिहार की पॉलिटिक्स के डीएनए में जातीयता है। शनिवार को पटना में जातीयता और सांप्रदायिकता के एजेंडे पर उन्होंने सीएम नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। भाजपा कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और कांग्रेस क्00 परसेंट सांप्रदायिक मल्टी कम्युनल हैं। मल्टी कम्युनल पार्टियां कास्ट के आधार पर पॉलिटिक्स करती हैं और धर्मनिरपेक्ष कहलाती हैं।

नहीं-नहीं पॉलिटिक्स में

मीडिया के पूछे जाने पर कि आपके साथ सुशील मोदी, नंदकिशोर यादव, मंगल पांडेय और डॉ। सीपी ठाकुर जैसे बिहार के नेता बैठे हैं, क्या उनके डीएनए में भी जातीयता है, तो गडकरी ने कहा कि मेरे कहने का मतलब बिहार की पॉलिटिक्स में जातीयता से है। तीसरे चरण की सीटों के लिए प्रचार में निकले गडकरी ने कहा कि जाति और सांप्रदायिकता के कारण ऐसी पार्टियां गरीबी, बेरोजगारी के एजेंडों को नहीं उठा रही हैं।

सांप्रदायिकता नहीं तो क्या है?

किशनगंज से जेडीयू के कैंडिडेट अख्तरूल ईमान के चुनाव मैदान से हट जाने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ईमान ने मैदान से यह कहकर अपने को अलग किया कि मुस्लिम वोट का बंटवारा नहीं होने देंगे। यह नीतीश की सांप्रदायिकता की पराकाष्ठा है। वहीं गडकरी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आसमान जमीन और पाताल तीनों जगह घोटाले किए और आतंकवाद पर तुष्टीकरण की नीति अपना रही है।