46-किठौर
जनपद की सातों विधानसभा सीटों में किठौर सीट सबसे महत्वपूर्ण समझी जा रही थी। जबकि इसका एक बड़ा कारण यहां से सपा के कद्दावर नेता शाहिद मंजूर का एमएलए होना है। इस सीट से तीन बार से जीतते आ रहे शाहिद अखिलेश यादव की कैबिनेट में श्रम व सेवायोजन मंत्री भी थे। इस लिहाज से सपा का भी इस सीट पर अधिक फोकस था। लेकिन भाजपा की अप्रत्याशित जीत ने यहां बरसों बात एक नया इतिहास रच दिया।
शुरुआती दौर में भाजपा को झटका
सुबह प्रथम चरण के साथ आए पहले रुझान भाजपा की प्रतिद्वंदी पार्टी सपा के पक्ष में दिखे। यहां सपा को 4088 वोट पड़े जबकि बीजेपी को 3053 वोटों पर ही संतोष करना पड़ा। प्रथम चरण में आए रुझान को एक बार सपा के पक्ष में बनते माहौल से जोड़कर देखा गया। जबकि पहले चार चरणों में भी साइकिल ने अपनी रफ्तार कम नहीं होने दी। इससे भाजपा सर्मथकों के चेहरे मुरझाए रहे।
46 किठौर विधानसभा सीट
25-कुल चरण
प्रत्याशी पार्टी पोस्टल वोट्स टोटल वोट्स
गजराज सिंह बसपा 67 62503
मतलूब गौड़ रालोद 7 6598
शाहिद मंजूर सपा 56 79800
सत्यवीर सिंह बीजेपी 64 90622
अमरीश त्यागी निर्दलीय 0 1008
जान मोहम्मद निर्दलीय 0 777
राहत अली निर्दलीय 0 347
नोटा नोटा 0 1224
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कुल -244 225365
43-सिवालखास
पल-पल बदलते रहे आंकड़े
वहीं पांचवां चरण आते ही कमल की पंखुडियां खिलने लगी। यहां भाजपा प्रत्याशी सत्यवीर ने शाहिद को पटखनी देते हुए 20437 वोटों से बढ़त बना ली। हालांकि सपा और भाजपा के बीच शुरु हुई उठापटक 16वें चरण तक जारी रही। लेकिन 17वां राउंड शुरू होते ही भाजपा ने साइकिल को पछाड़ दिया और आखिरी चरण तक बढ़त बनाई रखी। और अंतिम और 24वां चरण घोषित होते ही भाजपा ने विजय श्री अपने नाम दर्ज करा ली।
मुस्लिम वोटर्स का बंटवारा
किठौर से भाजपा की जीत का एक बड़ा कारण यहां से सपा और बसपा के प्रत्याशियों का मजबूती से लड़ना भी रहा। जिसके चलते मुस्लिम वोटों का खूब धुव्रीकरण हुआ। यहां बसपा प्रत्याशी गजराज 61915 वोटों के साथ तीसरे और सपा 79017 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। इससे साफ अनुमान लगाया जा सकता है कि दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों में मुस्लिम वोटर्स का बंटवारा हुआ और भाजपा का इसका सीधा लाभ मिला।
43 सिवालखास विधानसभा
23-कुल चरण
प्रत्याशी पार्टी पोस्टल वोट्स टोटल वोट्स
गुलाम मो। सपा 57 61421
जितेन्द्रपाल बीजेपी 71 72842
नदीम अहमद बीएसपी 45 42524
यशवीर सिंह रालोद 71 44710
दीपक राम बीटीएसपी 0 1010
वसी मो। निर्दलीय 0 342
विक्रांत चौ। निर्दलीय 0 287
सुभाष निर्दलीय 0 551
हरेन्द्र निर्दलीय 0 592
नोटा नोटा 0 1086
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कुल - 194 242879
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44, सरधना विधानसभा
भाजपा के फायरब्रांड नेता और सरधना से विधायक संगीत सिंह सोम ने जीत को दोहराते हुए प्रतिद्वंद्वी सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान को कड़ी शिकस्त दी है। पहले चरण से ही 9660 वोट लेकर बड़ी लीड खड़ी कर दी। इसी बढ़त ने सोम को नंबर वन बना दिया। प्रतिद्वंद्वी अतुल प्रधान वोट 14वें चरण में हासिल किए। तीसरे नंबर पर रहे बसपा प्रत्याशी हाफिज इमरान याकूब ने 57181 वोट हासिल कर अतुल की स्थिति को कमजोर किया है।
सभी वर्गो का मिला वोट
भाजपा प्रत्याशी संगीत सोम को ज्यादातर जातियों का वोट मिला। दलित वोट लेकर सोम ने बसपा प्रत्याशी को चुनौती दी तो वहीं हर वर्ग का वोट भाजपा प्रत्याशी को मिला। मुजफ्फनगर कांड के बाद से चर्चा में आए भाजपा विधायक की दोहरी जीत ने मेरठ ग्रामीण अंचल में भाजपा की स्थिति मजबूत करने का काम किया है।
24-चक्र
प्रत्याशी पार्टी पोस्टल वोटर कुल वोट
अतुल प्रधान सपा 56 76296
हाजी इमरान कुरैशी बसपा 58 57239
वकील चौधरी रालोद 3 3920
संगीत सिंह सोम भाजपा 88 97921 (विजयी)
तरुण कुमार भाबप पार्टी 0 433
ममता यूडीएफ 0 148
विकास वर्मा भातासपा 0 583
देवेंद्र निर्दलीय 0 387
नरेश कश्यप निर्दलीय 0 964
नोटा - - 1087
कुल 205 239251
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45, हस्तिनापुर (सुरक्षित) विधानसभा
ऐतिहासिक हस्तिनापुर में भाजपा की बढ़त ने मेरठ में भाजपाइयों का हौसला बढ़ा दिया। पहले राउंड से ही प्रतिद्वंद्वी बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा को शिकस्त दे रहे भाजपा प्रत्याशी ने बढ़त को बरकरार रखा। बसपा के परंपरागत वोट के अलावा दलित वोट यहां विजयी दिनेश खटीक को मिला है तो वहीं सुरक्षित सीट पर सपा विधायक प्रभूदयाल कठेरिया तीसरे नंबर पर रहे हैं।
ऐतिहासिक जीत ने रचा इतिहास
प्रथम चरण के चुनावों में सबसे कम प्रत्याशी (6) वाली इस सुरक्षित सीट पर भी जीत की बड़ी वजह भाजपा की लहर रही है। भाजपा के लिए मजबूत सीट के तौर पर सामने आई हस्तिनापुर में भाजपा की जीत की उम्मीद क्षेत्र की जनता मतदान के बाद से ही लगाए थी। चौथे राउंड से शुरू हुई भाजपा प्रत्याशी की बढ़त अंतिम चरण तक काबिज रही है।
24-चक्र
प्रत्याशी पार्टी पोस्टल वोटर कुल वोट
कुसुम रालोद 7 6538
दिनेश खटीक भाजपा 62 99436 (विजयी)
प्रभूदयाल वाल्मीकि सपा 28 48979
योगेश वर्मा बसपा 45 63374
दुर्योधन बमुपा - 853
राजकुमार राकिमपा - 1178
नोटा - 1013
कुल 142 221371
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47-मेरठ कैंट
मेरठ शहर सीट पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी का हार का सामना करना पड़ा। रफीक अंसारी ने 103217 वोट लेकर डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी को 28769 वोटों से हरा दिया। जबकि डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी को 74448 वोट मिले। रफीक अंसारी परिणाम घोषित होने से पहले ही बाहर आ गए थे। जबकि डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी अंतिम क्षण तक मतगणना स्थल पर रूके रहे। 23 वें राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद लक्ष्मीकांत मायूस चेहरा लिए हुए निकले। उधर तीसरे नंबर बसपा प्रत्याशी पंकज जौली रहे। पंकज जौली को 12636 वोट मिले।
शुरू से ही बढ़त बनाई
रफीक अंसारी ने शहर सीट पर शुरू से ही बढ़त बनाकर रखी। राउंड दर राउंड रफीक अंसारी की जीत का अंतर कम और ज्यादा होता रहा। लेकिन शहर विधायक ने कभी भी बढ़त नहीं बनाई। अंतिम राउंड में जाकर वाजपेयी ने हार मान ही ली।
ये रहा कारण हार का
- शहर से केवल एक ही मुस्लिम प्रत्याशी का होना
- प्रदेश अध्यक्ष के दौरान व्यवहार के कारण कार्यकर्ताओं का नाराज होना
- भाजपा बाहुल्य क्षेत्रों में वोट कम पड़ना
- हिन्दु बाहुल्य क्षेत्रों में सपा का वोट पड़ना
23-चक्र
नाम पोस्टल बेलेट पीर्टी टोटल वोट
पंकज जौली- 19 बीएसपी 12636
रफीक अंसारी- 77 सपा-कांग्रेस 103217
डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी- 128 बीजेपी 74448
ज्ञानेंद्र शर्मा- 2 रालोद 667
अफजल- 0 यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट 92
अमित शर्मा- 0 हिन्दुस्तान निर्माण दल 275
धीरज गोयल- 0 शिवसेना 279
चौ। अब्दुल वाहब - 0 निर्दलीय 109
जितेंद्र वर्मा- 0 निर्दलीय 258
प्रीति -0 निर्दलीय 98
महफूज-1 निर्दलीय 1391
मुर्तजा-0 निर्दलीय 145
राजीव गर्ग-0 निर्दलीय 340
राजेश मोहन शर्मा-0 निर्दलीय 323
वसीकुल हसन जैदी-0 निर्दलीय 500
नोटा- 738
कुल 195516
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49-मेरठ दक्षिण
मेरठ दक्षिण सीट पर सीटिंग एमएलए रविंद्र भड़ाना का टिकट कटकर डॉ। सोमेंद्र तोमर को टिकट मिला था। भाजपा के इस फैसले को डॉ। सोमेंद्र तोमर ने जीत को साकार कर दिखाया। सोमेंद्र तोमर को 113225 वोट लेकर बसपा प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी को 35395 वोटों से हराया। हाजी याकूब कुरैशी को 77830 वोट मिले। जबकि तीसरे नंबर पर कांग्रेस-सपा गठबंधन प्रत्याशी मोहम्मद आजाद सैफी रहे। आजाद सैफी को 69117 वोट मिले।
18 वे राउंड से लगातार बढ़ाई बढ़त
डॉ। सोमेंद्र तोमर ने शुरू से ही बढ़त बनाए रखी। लेकिन बीच आकर सोमेंद्र तोमर पीछे आ गए थे। लेकिन 18 राउंड में जाकर बढ़त बनानी शुरू की। जोकि अंतिम राउंड 29 तक बनी रही। जबकि बसपा प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी और अफजाल सैफी दूसरे व तीसरे नंबर के लिए लड़ते रहे।
ये रहा जीत का कारण
- मुस्लिम दो प्रत्याशी होना
- युवा व छात्र राजनीति से आना
- पिछले पांच साल की मेहनत
- गुर्जर बिरादरी का 35 हजार वोट बैंक मिलना
- दक्षिण सीट पर शहर का अधिकांश हिस्सा जुडा होना
30-चक्र
नाम पार्टी पोस्टल बेलेट टोटल वोट
पप्पू गुर्जर- रालोद 2 5462
मोहम्मद आजाद सैफी- सपा-कांग्रस 41 69117
हाजी मोहम्मद याकूब- बसपा 103 77830
डॉ। सोमेंद्र तोमर- बीजेपी 139 113225
चहल सिंह- शिवसेना 0 692
प्रबुद्ध कुमार- भारतीय बहुजन परिवर्तन 0 276
पंडित रवि भट्ट-हिन्दुस्तान निर्माण दल 0 547
अतुल खोड़ावाल-निर्दलीय 0 336
प्रदीप कुमार-निर्दलीय 1 649
राम सरन सैनी-निर्दलीय 0 624
होशियार सिंह-निर्दलीय 0 637
नोटा- 1401
कुल-270796
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47-मेरठ कैंट
भाजपा का गढ़ मानी जाने वाली कैंट सीट पर भाजपा ने लगातार चौथी जीत दर्ज इतिहास रच दिया। लगातार चौथी बार जीत दर्ज कर भाजपा नेता सत्यप्रकाश अग्रवाल ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए वोटों का नया कीर्तिमान बना दिया। किंतु नए वोटरों के जोश ने उन्हें मंत्री पद की रेस में ला खड़ा किया है।
भाजपा की सबसे भरोसेमंद सीट
मेरठ कैंट को भाजपा की सबसे भरोसेमंद सीट कहा जाता है। बसपा ने जहां सालभर पहले सत्येंद्र सोलंकी को टिकट थमाकर उन्हें तैयारी का भरपूर वक्त दे दिया, वहीं कांग्रेस के रमेश धींगड़ा को इस बार सपाइयों का भी साथ मिल रहा था। भाजपा से नाराज पंजाबी वोटरों को रिझाने में जहां रमेश धींगड़ा ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ा था, वहीं जाट वोटों में सत्येंद सोलंकी लंबे समय से सेंधमारी कर रहे थे। वहीं नोटबंदी से नाराज व्यापारी भी भाजपा की नीतियों से असहज था। जबकि सत्यप्रकाश की उम्र एवं चौथी बार टिकट को लेकर उनकी पार्टी में ही कई लोग समर्थन में नहीं आए। किंतु मोदी मैजिक के आगे तमाम व्यूह ध्वस्त हो गए, और व्यहार में शालीन सत्यप्रकाश अग्रवाल ने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की।
75 हजार वोटों से जीते
भाजपा प्रत्याशी सत्यप्रकाश अग्रवाल 75 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। शुरुआती चरण में कैंट पर त्रिकोणीय संघर्ष माना जा रहा था, किंतु वक्त के साथ कांग्रेस पिछड़ती गई, और भाजपा व बसपा में सीधी जंग बन गई। भाजपा प्रत्याशी ने बाद में एकतरफा जीत दर्ज कर ली। 29 चरण की मतगणना में सत्यप्रकाश अग्रवाल ने रिकार्ड एक लाख 32 हजार 284 वोट लेकर जीत दर्ज की, दूसरे नंबर पर उनके प्रतिद्वंदी बसपा के सतेंद्र सोलंकी 55 हजार छह सौ 66 वोट ही पा सके। जबकि तीसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रत्याशी रमेश धींगड़ा
- यह रहा जीत का कारण
- शालीन व्यवहार होना
- पूरे पांच साल क्षेत्र में सक्रिय रहना
- लोगों के सुख व दुख में शामिल होना
- भाजपा का गढ़ होना
29-चक्र
नाम पार्टी पोस्टल बेलेट टोटल वोट
रमेश धीगड़ा कांग्रस 75 39650
सतेंद्र सोलंकी बसपा 233 55899
सत्यप्रकाश अग्रवाल बीजेपी 234 132518
संजीव धामा- रालोद 10 3851
कृष्ण कुमार-हिन्दुस्तान निर्माण दल 0 332
जिले सिंह- शिव सेना 0 254
मोहम्मद फिरोज- पीस पार्टी 1 285
लोकेश नयावी- यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट सेकूलर 0 102
सतीश चंद- राष्ट्रीय लोक समता पार्टी 0 149
वीपी सिंह- बहुजन मुक्ति पार्टी 0 205
संजय वर्मा- भारतीय तरक समाज पार्टी 0 610
डॉ। नरेश चंद्रा निर्दंलीय 1 394
प्रदीप शर्मा- निर्दलीय 0 617
विनोद चौधरी- निर्दलीय 0 950
नोटा- 1110
कुल-236926