बरेली कार्यकारिणी की पोल खोलने गए प्रदेश सदस्यों को बैठक में रोका गया

चुनाव परिसीमन को पहुंचे कानपुर विधायक से करना चाह रहे थे शिकायत

BAREILLY:

बरेली भाजपा ईकाई की मंडे के बुलाई गई एक अहम बैठक में पार्टी के अपने ही सदस्यों को बाहर से ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। 10 दिसंबर तक होने वाले जिला कार्यकारिणी के चुनाव के परिसीमन के लिए कानपुर विधायक सतीश महाना मंडे को बरेली पहुंचे थे। संजय नगर स्थित पार्टी कार्यालय पर कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने वाली थी। इस मौके पर जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के खराब परफॉर्मेस के लिए जिम्मेदार नेताओं की पोल खोलने को प्रदेश सदस्यों व मंडल अध्यक्षों ने कोशिश की। लेकिन बगावती सुर का अंदाजा लगते ही भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने उन्हें बैठक में आने से रोक दिया। इस पर सदस्यों ने विरोध कर हंगामा किया और नाराजगी जताई।

बड़े नेताओं पर बड़े आरोप

मंडे को हुई इस बैठक में प्रदेश कार्य समिति सदस्य तेजेश्वरी सिंह दो जिला पंचायत सदस्यों के साथ पहुंची थी। आरोप है कि जैसे ही वह विधायक से मिलने अंदर जा रही थी तो उन्हें जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने रोक दिया। तेजेश्वरी सिंह का आरोप है कि जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा, पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य व वीरेंद्र सिंह के चलते ही भाजपा का एक जिला पंचायत सदस्य चुनाव में हार गया। भाजपा नेत्री विधायक सतीश महाना के सामने ही सभी बड़े नेताओं की पोल खोलना चाहती थी। वहीं बैठक में आए सतीश महाना ने कहा कि पहले बूथ समितियों का फिर मंडल अध्यक्षों का गठन होने की बात कही। विधायक ने 3029 बूथों को 28 मंडलों में बांटा।