- परतापुर थानाक्षेत्र के काशी गांव प्रकरण को लेकर महिलाओं ने घेरा डीआईजी कार्यालय

- अपहृत युवती की बरामदगी और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हुआ हंगामा

- मोदीनगर पुलिस के साथ मेरठ पुलिस की एक टीम भी साथ-साथ करेगी जांच

MEERUT: काशी गांव का प्रकरण एक तरफ जहां राजनीतिक नजरिए से गर्म हो गया है तो सांप्रदायिक तनाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है। अपहृत युवती के घर में आग लगने के बाद गांव में एक बार फिर पीएसी तैनात कर दी गई है। उधर गुरुवार को युवती के परिजन समेत कई ग्रामीण और भाजपा के तमाम नेता व कार्यकर्ताओं ने डीआईजी का घेराव किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई। बाद में डीआईजी ने भाजपाइयों से वार्ता कर मामले में जांच के आदेश देने का आश्वासन दिया।

पुलिस के साथ कहासुनी

गुरुवार को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर भाजपा के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा, महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज, महिला प्रकोष्ठ की मेरठ महानगर महामंत्री सरला शर्मा, कमल दत्त शर्मा आदि कार्यकर्ता, अपहृत युवती के परिजनों और ग्रामिणों सहित डीआईजी ऑफिस पर हल्ला बोल दिया। वे सभी डीआईजी से मिलना चाहते थे। गेट पर मौजूद पुलिस बल ने उनको रोकना चाहा। सिविल लाइंस सीओ बीएस वीर कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ धक्कामुक्की भी हुई। वहीं ऑफिस से कुछ दूरी पर ही काफी संख्या में आरएएफ को तैनात कर दिया गया। काफी देर तक हंगामा और नारेबाजी होती रही। पुलिस की कार्रवाई सवाल उठाए।

आग के कारणों की दोबारा जांच

सभी ने आरोप लगाया कि आग जान से मारने की नीयत से आरोपी पक्ष ने लगाई। उन पर कठोर कार्रवाई की जाए। डीआईजी ने कहा कि जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट आया है। इस पर सभी भड़क गए, जिसके बाद डीआईजी ने एसपी ट्रैफिक को आग लगने के कारणों का पता करने के निर्देश दिए। वहीं आरोप है कि गत 17 फरवरी को जान से मारने की धमकी भी दी गई। जिस पर डीआईजी ने एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए।

मोदीनगर पुलिस के साथ हुई मीटिंग

डीआईजी के निर्देश पर एसएसपी ने शाम को अपने ऑफिस में भाजपा के नेताओं के साथ मीटिंग की। जिसमें मोदीनगर में दर्ज एफआईआर के मामले के आईओ को भी बुलाया गया। भाजपाइयों ने इस संबंध आरोपियों के घर की कुर्की करने की मांग की। एसएसपी ने इस संबंध में आईओ को निर्देश जारी किए। कोर्ट में स्थित मैरीज ब्यूरो को युवती की फोटो भेजी जाएगी और उनसे भी रिपोर्ट ली जाएगी।

पुलिस अपनी कार्रवाई में लगी है। आग के कारणों की दोबारा जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं जान से मारने की धमकी को लेकर कार्रवाई के लिए एसएसपी को कहा है।

- लक्ष्मी सिंह, डीआईजी, मेरठ रेंज