PATNA: भाजपा बिहार में स्वास्थ्य और चिकित्सा का हाल बदलना चाहती है। लेकिन केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनते ही जिस डॉक्टर नेता हर्षवर्धन को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था, क्या हो गया कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय से हटाकर दूसरा विभाग सौंप दिया गया? भाजपा में उन्हें ईमानदार मंत्री कहा जाता है। ये कहा जेडीयू एमएलसी निहोरा प्रसाद यादव ने.वे जेडीयू ऑफिस में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे। एमएलसी संजय कुमार सिंहऔर जेडीयू अल्पसंख्यक सेल के अभिषेक पैट्रिक भी उपस्थित थे।

आईएएस संजय चतुर्वेदी को क्यों हटाया

सवाल दागते हुए कहा कि क्या भाजपा उनका मंत्रालय बदलने को लेकर कोई स्पष्टीकरण देगी? कहा कि ईमानदारी के लिए मशहूर आईएएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी दिल्ली एम्स में मुख्य निगरानी अधिकारी थे। इस अधिकारी को मोदी सरकार बर्दाश्त नहीं कर पाई और हटा दिया।

स्वास्थ्य का बजट घटा िदया और

निहोरा यादव ने कहा कि भाजपा वाले केवल प्रचार मास्टर हैं। कुछ कहने से पहले यह भी नहीं सोचते कि उस क्षेत्र में इन लोगों ने पहले से कुछ अच्छा काम किया भी है या नहीं। जिस केन्द्र सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए अपना बजट घटा लिया, एम्स जैसे संस्थान को संभाल नहीं पा रही है, वह भाजपा चली है बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बदलने।

बिहार में स्वास्थ्य सेवा में किए कार्यो को गिनाया

बिहार में स्वास्थ्य सेवा में किए गए प्रयासों को भी गिनाया। बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं जिला अस्पताल को चौबीसों घंटे सातों दिनों संचालित करने की व्यवस्था की गई है। प्राथमिक केन्द्र में उपचार करा रहे रोगियाें की संख्या, जो वर्ष ख्00भ् में प्रतिमाह फ्9 थी, अब बढ़कर प्रतिमाह लगभग क्क्000 तक पहुंच गयी है। वर्ष ख्00भ् में शिशु मृत्यु दर म्क् थी, जो घटकर वर्तमान में ब्ख् हो गयी है। इसी प्रकार, मातृ मृत्यु दर फ्क्ख् से घट कर वर्तमान में ख्08 है। जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत संस्थागत प्रसव में वृद्धि हुई है। वर्ष ख्00म्-07 में सरकारी अस्पतालों में प्रसव के लिए मात्र ब् प्रतिशत महिलाएं आया करती थीं, जो वर्तमान में भ्भ् प्रतिशत हो गई हैं। राज्य की महिलाओं की औसत आयु ख्00म् में म्क्.म् वर्ष थी, वह ख्0क्क् में म्म्.ख् वर्ष हो गई है। राज्य में बड़ी संख्या में अस्पताल खोले गए।