भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि इसमें दुविधा नहीं है कि उनकी पार्टी दिल्ली में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. उन्होंने कहा कि बाकी राज्यों को मिलाकर कुल 589 विधानसभा क्षेत्रों में से 400 से अधिक सीटों पर पार्टी ने जीत हासिल की है. ये लोकसभा चुनावों के लिए देश की जनता का स्पष्ट संकेत है.
भाजपा को सबसे बड़ी जीत राजस्थान में हासिल हुई है. वहां 200 सदस्यों वाली विधानसभा में वसुंधरा राजे की अगुवाई में उसे 162 सीटों पर जीत मिली है. कांग्रेस को 21 और बहुजन समाज पार्टी को तीन सीटें मिली हैं.
जयपुर से वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारेठ के अनुसार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल मारग्रेट अल्वा को इस्तीफा सौंप दिया है.
गहलोत सरकार के कई मंत्री चुनाव हार गए.
बीजेपी नेता अरुण जेटली ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "राजस्थान में कांग्रेस की वो सरकार थी जिसकी योजनाओं को पार्टी नेता राष्ट्रीय स्तर पर लाने की बात कर रहे थे."
शिवराज की वापसी
मध्य प्रदेश में भी भाजपा ने पिछली बार के मुकाबले ज़्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है. ऐसा तब है जबकि भाजपा पिछले 10 साल से वहां सत्ता में है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुदनी और विदिशा सीट से जीत हासिल की है. मध्य प्रदेश में भाजपा को कुल 230 में से 165 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस को 58, बहुजन समाजवादी पार्टी को चार सीटें मिली हैं.
मध्य प्रदेश से स्थानीय पत्रकार ऋषि पांडे के अनुसार भाजपा सत्ता में वापसी कर रही है लेकिन शिवराज सरकार के कई मंत्री चुनाव हारे हैं जिनमें अनूप मिश्रा, अजय विश्नोई, बिजेंद्र प्रताप सिंह और करण सिंह वर्मा के नाम शामिल है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हार स्वीकार की है. सोनिया ने कहा कि कांग्रेस को खुद के भीतर झाँक कर देखने की ज़रूरत है.
उन्होंने कहा, "ज़ाहिर है लोग हम से खुश नहीं थे वर्ना नतीजे ऐसे नहीं होते." सोनिया ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला उचित समय पर किया जाएगा.
वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी से सीखेगी.
'आप' ने चौंकाया
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने पहले ही चुनाव में सभी को चौंका दिया. आम आदमी पार्टी 28 सीटें मिली हैं.
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 25,864 वोट से हराया.
वहीं भाजपा को 31 सीटों पर जीत मिली है. भाजपा नेता और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हर्षवर्धन 43,150 वोट से चुनाव जीते. कांग्रेस दिल्ली में तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गई है. उसे सिर्फ़ आठ सीटों पर जीत मिली हैं.
लेकिन सब से दिलचस्प मुकाबला छत्तीसगढ़ में हुआ जहां रुझानों में लगातार बदलाव होते रहे. हालांकि भाजपा ने 49 सीटों पर जीत हासिल की हैं जबकि कांग्रेस को 39 सीटें मिली हैं.
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव सीट से अलका मुदलियार को 35,866 वोट से हराया.
रमन सिंह ने राज्यपाल से मिल कर अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाने की कवायद भी शुरू हो गई है.
'मोदी लहर' पर सवाल
कांग्रेस नेता चरणदास महंत ने कहा, "हम स्वीकार करते हैं कि छत्तीसगढ़ में हम हार गए हैं."
लेकिन इन चुनावों में सबसे ज़्यादा नज़र भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर रही है. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इन चुनावों में एक 'मोदी लहर' चल रही थी तो वहीं कुछ का कहना है कि ऐसा नहीं था, क्योंकि ऐसा होता तो दिल्ली और छत्तीसगढ़ में भाजपा का प्रदर्शन और बेहतर होता.
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, "हमारे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों की लोकप्रियता का हमें लाभ मिला है. निश्चय ही हमें हमारे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का लाभ मिला है."
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