-काली गाय काला कुत्ता के दर्शन करने वालों को देनी पड़ेगी दक्षिणा

-दिवाली से पहले शुरू हो जाएगा खड़ऊआ में नगर निगम का कान्हा उपवन

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नगर निगम का खजाना भरने के लिए 99 के फेर में पड़े नगर आयुक्त ने कमाई का नया तरीका ईजाद कर लिया है। जिन गायों और कुत्तों को सड़क से उठाकर वह कान्हा उपवन में रख रहे हैं, उनमें मौजूद काली गाय और कुत्ते का 'दर्शन' कराने के बदले नगर निगम दक्षिणा लेगा। क्योंकि, शहर में काली गाय और कुत्ते ढूंढे नहीं मिलेंगे।

मंगलवार, शनिवार और रविवार को विशेष दर्शन

नगर निगम दिवाली से पहले शहर को छुट्टा और आवारा पशुओं से मुक्ति दिला देगा। इसके लिए सभी जानवरों 'घोड़ा छोड़कर' को कान्हा उपवन में रखेगा। इसके लिए अलग से स्टाफ की तैनाती की जाएगी। नगर निगम के अफसरों का मानना है कि लोग शनिवार के दिन लोग काला कुत्ता या काली गाय को कुछ खिलाकर शनि के प्रकोप से राहत पाना चाहते हैं। इसके अलावा रविवार को काला कुत्ता को भैरव के रूप में लोग पूजते हैं और कुछ खिलाकर ग्रह के दुष्प्रभाव को कम करना चाहते हैं। ऐसे में, अब काले रंग की गाय और कुत्ते को ढूंढने की जरूरत नहीं होगी। कान्हा उपवन में वह आसानी दर्शन कर कुछ खिला सकेंगे।

20 और 100 रुपए शुल्क

दक्षिण से कमाई के लिए नगर निगम ने शुल्क की दर भी तय कर दी है। कुत्ता को कुछ भी खिलाने के लिए 20 रुपए और गाय के लिए 100 रुपए शुल्क वसूले जाने की तैयारी है। नगर निगम के अफसरों का कहना है कि लोग इतना शुल्क आसानी से दे देंगे।

शुल्क और दूध से निकलेगा खर्च

नगर निगम कान्हा उपवन में तैनात स्टाफ और जानवरों के खिलाने पिलाने का खर्च भी खुद ही वहन करेगा। इसके लिए नगर निगम ने योजना भी बना ली है। जानवरों को खिलाने पिलाने में जो खर्चा आएगा, उस खर्च को गोशाला, गाय और कुत्ता के दर्शन कराकर निकाला जाएगा। क्योंकि गोशाला से भी बड़ी मात्रा में दूध का उत्पादन होने का अनुमान है।

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नगर निगम ने सीबीगंज के खड़ऊआ में कान्हा उपवन बनाया है। जहां सड़क पर घूम रहे कुत्ते, गाय, सांड़ आदि जानवरों को रखा जाएगा। ताकि शहर के लोगों को आवारा जानवरों से मुक्ति मिल सके। इन जानवरों के प्रति आस्था रखने वाले जो भी व्यक्ति वहां पर जाएगा उसके लिए चार्ज देना पड़ेगा।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त, बरेली