- जहानाबाद में प्राइवेट वितरक कर रहे ओवर रेटिंग

- किसान सेवा सहकारी समिति में ताला बंदी से किसान परेशान

FATEHPUR: जिले में आई खाद से भले ही यूरिया का संकट दूर होने की बात कही जा रही है। यहां कस्बे में प्राइवेट वितरक अब भी ब्लैक मार्केटिंग कर कर रहे हैं। कभी दो दर्जन से अधिक गांवों के लिए खाद की पूर्ति करने वाली किसान सेवा सहकारी समिति पिछले दो दशक से तालाबंदी का शिकार है।

किसान सेवा सहकारी समिति जहानाबाद में न्याय पंचायत क्षेत्र अकबरपुर-नसीरपुर व ब्रम्हनगर के गांवों को खाद मिलती थी। जिसमें द्वारिकापुर जट्ट, कुल्लीहार, घनश्यामपुर, बाराबीघा मिर्जापुर, दुर्गापुर, कलाना, जाफरपुर-सिठर्रा, पतारी, भुलभुलियापुर सहित भ्0 गांव के किसानों को इस समिति से खाद उपलब्ध होती रही है। समिति के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार उत्तम ने बताया कि दो दशक से समिति घाटे के चलते बंद हो गई। जिससे किसानों को खाद के लिए निजी दुकानदारों पर निर्भर होना पड़ा। इस समिति के अंतर्गत जो भी गांव आते हैं वहां किसानों को मंहगी खाद ही मिल पाती है। जिले भर में खाद के संकट से मचे हाहाकार के बीच दो दिन पहले आई खाद की रैक से काफी राहत मिली है। हालांकि इसके उलट जहानाबाद में खाद की ब्लैक मार्केटिंग बंद नहीं हो रही है। किसानों को अब भी निजी दुकानदार भ्00 रुपए बोरी के हिसाब से यूरिया खाद दे रहे हैं। इस पर प्रशासन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। एसडीएम शिव प्रसाद ने कहा खाद की ओवर रेटिंग न हो इसके लिए निजी दुकानों में छापेमारी की गई थी। अगर जहानाबाद में अब भी ओवर रेटिंग हो रही है तो फिर छापे मारे जाएंगें।

किसान सेवा सहकारी समिति का भवन भी अब जर्जर हो गया है। किसान अब यह उम्मीद तोड़ चुका है कि कभी उसे सहकारी समिति से खाद मिल पाएगी।