-प्रशासन ने जांच रिपोर्ट शासन को भेजी 15 पन्नों की रिपोर्ट, शासन करेगा कार्रवाई

-20 एसएसओ, 20 जेई, 3 एक्सईएन, विधायक व अन्य के सिटी मजिस्ट्रेट ने लिए बयान

BAREILLY: रिश्वत मांगकर कनेक्शन लेने को लेकर शहर विधायक और बिजली विभाग के अधिकारियों में विवाद के बाद 6 घंटे का ब्लैक आउट करना बिजली विभाग के अधिकारियों की गले की फांस बन गया है। डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने मामले की जांच की थी, जिसमें 40 बिजली अधिकारी दोषी पाए गए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने इस मामले में 20 सब स्टेशन ऑफिसर , 20 जेई, 3 एक्सईएन, कुतुबखाना सब स्टेशन के जेई व एफएसओ, विधायक अरुण कुमार व उनके साथियों के बयान लेकर 15 पन्नों की जांच रिपोर्ट डीएम को प्रेषित की। डीएम ने रिपोर्ट शासन को भेज दी है। अब शासन इस मामले में कार्रवाई करेगा। इसके अलावा थर्सडे को भी लखनऊ से बिजली विभाग के सीनियर अधिकारी जांच के लिए बरेली आए थे।

रिश्वत मांगने पर हुआ था विवाद

बता दें कि 11 अगस्त को शहर विधायक अरुण कुमार ने विनोद कुमार को बिजली कनेक्शन देने के लिए कुतुबखाना सब स्टेशन के एसओ और जेई को लिखा था, लेकिन इसके बावजूद कनेक्शन के लिए रिश्वत मांगी जा रही थी। कनेक्शन न देने पर विधायक सब स्टेशन पर पहुंचे थे और विरोध जताया था, जिसके बाद बिजली कर्मचारियों और विधायक के समर्थकों में कहासुनी हो गई थी। बाद में बिजली कर्मचारियों ने मनमानी की और पूरे शहर में 6 घंटे का ब्लैक आउट कर दिया था। हालात बिगड़ने पर डीएम-एसएसपी ने मामले को सुलझाया था। डीएम ने मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी थी। सिटी मजिस्ट्रेट ने एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट पूरी कर ली है।

सभी बोले टेक्निकल फॉल्ट हुआ था

जानकारी के मुताबिक सिटी मजिस्ट्रेट यूपी सिंह ने अपनी रिपोर्ट में शहर के 20 सब स्टेशन ऑफिसर और 20 जेई को दोषी पाया है। क्योंकि बिना जेई की परमिशन से बिजली नहीं काटी जा सकती है। इसके अलावा सब स्टेशन ऑफिसर ही एरिया की बिजली शट डाउन करते हैं। मामले की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी सब स्टेशन ऑफिसर और जेई के बयान लिए। इसके अलावा तीनों एक्सईएन के बयान लिए। उन्होंने विधायक और उनके समर्थकों के भी बयान लिए। कुतुबखाना सब स्टेशन के अधिकारियों के भी बयान लिए गए जिनपर रिश्वत मांगने के आरोप लगे। सभी एसएसओ ने बयान में कहा कि टेक्निकल फॉल्ट से बिजली कटौती हुई, लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट ने माना कि एक साथ सभी 20 सब स्टेशन पर टेक्निकल फाल्ट नहीं आ सकता है। जबकि 132 केवी पावर हाउस से बिजली सप्लाई हो रही थी।