दिल्ली में गिरोह पकड़े जाने के मामले के मेरठ तक जुडे़ तार

मेरठ में रेलवे के काउंटर पर मिला टिकट में फर्जीवाड़ा

Meerut। दिल्ली में रेलवे ई-टिकट बुकिंग कराने वाले गिरोह के खुलासे के बाद उत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम की रडार पर मेरठ के दलालों से लेकर रेलवे के अधिकृत टिकट काउंटर भी आ गए हैं। आईआरसीटीसी समेत रेलवे की विजिलेंस टीम शहर में सक्रिय गिरोह पर निगरानी कर जांच में जुटी है। इस दौरान टीम ने यूनिवर्सिटी रोड स्थित रेलवे के अधिकृत काउंटर पर अनियमितताएं मिलने पर रिकार्ड जब्त भी किया। रेलवे अधिकारियों की मानें तो रेलवे की विभिन्न टीमें इस मामले की जांच के लिए मेरठ से मुजफ्फरनगर, सहारनपुर तक काउंटर्स की जांच में जुटी हैं। आरपीएफ प्रभारी जितेंद्र यादव ने बताया कि दिल्ली से विजिलेंस टीम ने काउंटर की जांच की थी उनके पास कोई शिकायत थी, जिसकी जांच की गई और कुछ रिकार्ड भी जब्त किया गया। हमारे स्तर पर भी साइबर कैफे और एजेंट्स की जांच की जा रही है।

दिल्ली में पकड़ा गैंग

दरअसल दो दिन पहले दिल्ली में करीब पौने दो करोड़ के एडवांस टिकट बुक कराकर उन्हें ब्लैक में बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को आईआरसीटीसी और आरपीएफ की टीम ने दबोचा था। इस टीम के सदस्यों से पूछताछ के बाद पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कई प्राइवेट काउंटर और एजेंट्स की आईडी सामने आई है। इन आईडी और एजेंट्स की जांच के लिए रेलवे की विजिलेंस टीम समेत आईआरसीटीसी और आरपीएफ का मूवमेंट पश्चिमी यूपी के जिलों में बढ़ गया है।

मिले एडवांस टिकट

विजिलेंस टीम ने यूनिवर्सिटी रोड स्थित अधिकृत टिकट काउंटर पर औचक निरीक्षण कर रिकार्ड जब्त किया। आईआरसीटीसी और आरपीएफ की टीम ने चीफ विजिलेंस निरीक्षक अमित शर्मा के नेतृत्व में काउंटर का औचक निरीक्षण किया तो टीम को मौके पर आधा दर्जन करीब तत्काल टिकट मिले, लेकिन उन टिकटों का रिकार्ड नहीं मिला। वहीं मौके पर टिकट बुकिंग की राशि का मिलान किया गया तो टिकट से कम धनराशि मिलने पर टीम ने काउंटर प्रभारी से पूछताछ के बाद रिकार्ड जांच के लिए जब्त कर लिया।

दोगुने दाम पर मिल रहा टिकट

त्योहार के सीजन में ट्रेनों में टिकट को लेकर मारामारी शुरू हो गई है। इसका फायदा उठाते हुए एजेंट्स ई -टिकट को एडवांस में खरीद कर दोगुने और तीन गुने दाम पर उपलब्ध कराते हैं। त्योहार के दिनों में दोगुने और तीन गुने प्रॉफिट के चलते यह धंधा धड़ल्ले से चल रहा है।

निशाने पर कई एजेंट

वहीं मुख्यालय की टीम का मूवमेंट बढ़ने के बाद मेरठ आरपीएफ ने भी लोकल स्तर पर स्टेशन के आसपास साइबर कैफे और टिकट काउंटर की जांच शुरू कर दी है। इस क्रम में अधिकृत एजेंट्स से भी टिकट बिक्री के पूरे रिकार्ड की जांच की जा रही है।