कंपनी में में हो रहे ज़बर्दस्त फेरबदल के तहत लज़ारिडिस और बालसिली ने पद छोड़ा है। लज़ारिडिस रिसर्च इन मोशन के संस्थापकों में से हैं और वो अब कंपनी के उपाध्यक्ष होंगे जबकि बालसिली की भूमिका बोर्ड सदस्य तक सीमित कर दी गई है। इन दोनों के स्थान पर सोमवार से थार्स्टन हेन्स मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद संभालेंगे।

एप्पल और गूगल के साथ प्रतिस्पर्धा की दौड़ में कंपनी काफी पीछे हो गई थी जिसके बाद से निवेशक कंपनी में बड़े बदलाव की मांग कर रहे थे। लज़ारिडिस ने सह कार्यकारी पद छोड़ने के बाद कहा कि वो ये बात समझ रहे थे कि बदलाव होना चाहिए।

कनाडा के वाटरलू में कंपनी के कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर लज़ारिडिस ने कहा, '' एक ऐसा समय आता है किसी भी कंपनी के विकास में जब संस्थापकों को लगता है कि अब ज़िम्मेदारी नए नेतृत्व को देनी चाहिए। जिम और मैं बोर्ड में गए और हमने कहा कि हमें लगता कि यह समय आ गया है.''

पिछले एक वर्ष में कंपनी के शेयरों में 75 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि बीबीसी के बिजनेस संपादक का कहना है कि कंपनी ने नित नए आविष्कार किए हैं और गिरावट के कई दूसरे कारण भी हैं।

बिजनेस संपादक टिम वेबर के अनुसार आरआईएम ने स्मार्टफोन की अवधारणा का विकास किया है और कारपोरेट दुनिया को बदल दिया है। युवाओं में भी ये फोन लोकप्रिय हो चला है लेकिन बाद में कई ग़लत फैसले लिए गए। वादे पूरे नहीं किए गए जिसके कारण कंपनी नुकसान में गई है।

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