- बार्डर के पेट्रोल पंप पर सख्ती से बढ़ा दायरा

- गोरखपुर आने वाले नेपाली खरीद रहे डीजल-पेट्रोल

GORAKHPUR: मधेस आंदोलन से अस्त-व्यस्त नेपाल में रोजाना लाखों रुपए के तेल का खेल हो रहा है। बार्डर के आसपास इलाकों के अलावा दूर-दराज से भी तस्कर तेल ले जाकर नेपाल में मुंहमागी कीमत पर बेच रहे हैं। आई नेक्स्ट ने इसकी पड़ताल की तो सामने आया कि गोरखपुर शहर से तेल की तस्करी शुरू हो गई है। शहर के पेट्रोल पंपों से तेल भराकर तस्कर उसे बोरे में सिलकर उसे दूसरे सामान की तरह की उठा रहे हैं। गोरखपुर रेंज के डीआईजी की जांच में तस्करी में शामिल पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिर चुकी है। डीआईजी का कहना है कि तस्करी रोकने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

नेपाल में बिक रहा शहर का पेट्रोल

करीब तीन माह से नेपाल में मधेश आंदोलन चल रहा है। इस वजह से भारत से जाने वाली गाडि़यां बार्डर पर रुक जा रही हैं। पेट्रोलियम पदार्थ, खाने-पीने के सामान सहित की दैनिक आवश्यकता की चीजें नेपाल में नहीं पहुंच पा रही। इसका फायदा उठाते हुए तस्करों ने इंडिया से डीजल-पेट्रोल की तस्करी शुरू कर दी। पहले तो आसपास के इलाकों के पेट्रोल पंपों से बाइक की टंकी में पेट्रोल भरकर बेची गई। लेकिन मामला पकड़े जाने पर तस्करों ने आसपास के इलाकों में पांव पसार लिया। नेपाल से गोरखपुर आने वाले लोग यहां से पेट्रोल-डीजल ले जाने लगे। धर्मशाला बाजार के पेट्रोल पंप पर तेल खरीदकर गैलन को बोरे में सिल रहे लोगों ने इसका खुलासा किया। कहा बड़ा मुनाफा देखकर हर कोई कमाना चाहता है। इससे अपनी जरूरतें भी पूरी हो रही हैं।

मुंहमांगी कीमत का लालच

कैंपियरगंज में बुधवार को तेल की खेप पकड़ी गई। पुआल के नीचे छिपाकर रखे तेल के बारे में किसी ने पुलिस-प्रशासन के अफसरों को सूचना दी। जांच में मामला सही पाया गया। पूछताछ में सामने आया कि दो गुना से ज्यादा के फायदे में तेल का खेल चल रहा है। इंडिया में 68 रुपए प्रति लीटर मिलने वाले पेट्रोल की कीमत नेपाल में 110 रुपए हो जा रही। 225 रुपए नेपाली देकर लोग आसानी से तेल खरीद ले रहे हैं। वही हाल डीजल का है। 51 रुपए का डीजल नेपाल में 150 से 200 रुपए में बिक रहा है। रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 22 सौ से ढाई हजार पहुंच गई है। पुलिस की कार्रवाई में यह सामने आया है।

वहां से सोना-चरस

बार्डर से तस्करी का खेल जमकर चल रहा है। गोरखपुर से जहां डीजल-पेट्रोल की तस्करी करके नेपाल जा रहे हैं। वहीं नेपाल से सोना, चरस और शराब की तस्करी हो रही है। मधेस आंदोलन के बीच नेपाल के भीतर करीब 50 हजार लीटर पेट्रोल और डीजल की बरामदगी हो चुकी है।

दो माह के भीतर हुई बरामदगी

- ठूठीबारी-झुलनीपुर और महेशपुर बार्डर पर 80 लाख से अधिक की चरस बरामद।

- सोनौली बेलहिया बार्डर पर सोने की बरामदगी

- वीरगंज-रक्सौल बार्डर पर आईएसआई एजेंट से जाली नोटों की बरामदगी।

30 नवंबर: नेपाल के सिराहा में दो बसों के एक्सीडेंट में 12 हजार लीटर डीजल-पेट्रोल बरामद

10 नवंबर: झूलनीपुर बार्डर पर चार किलो चरस बरामद

06 नवंबर: एसएसबी ने ठूठीबारी में साइकिल सवार से 40 किलो चरस बरामद किया।

05 नवंबर: शीतलापुर में नेपाली युवक से 15 लाख की चरस बरामद हुई।

चरम पर अवैध शराब का कारोबार

पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि नेपाल बार्डर से अवैध शराब की तस्करी भी हो रही है। नवंबर मंथ में पुलिस और एसएसबी की जांच पड़ताल में करीब ढाई हजार लीटर शराब बरामद हुई।

यूपी, बिहार बार्डर के इन जिलों से तस्करी

उत्तर प्रदेश: गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, गोंडा, लखीमपुर-खीरी, बलरामपुर, पीलीभीत।

बिहार: पूर्णिया, पश्चिमी और पूर्वी चपांरन, किसनगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया,

महराजगंज जिले में यहां फैलाया जाल

सोनौली: सोनौली कोतवाली एरिया के आसपास फरेंदा तिवारी, हरदीडाली, सोनौली, सूड़ीघाट, सेख फरेंदा, समतिहा, बरवाभोज, रजियाघाट,

नौतनवां : चंडीथान, बैरिहयहवा घाट, रतनपुर, सेमरातर, परसा सहित एक दर्जन से अधिक स्थानों की पगडंडिया।

ठूठीबारी :राजबारी-टड़हवा, मरचहवा मार्ग, पडि़याताल, लक्ष्मीपुर खुर्द, डिगही बेलवा, लालपुर होते हुए।

निचलौल : कनभिसवा, झुलनीपुर, शीतलापुर, बहुआर, पथलहवा।

परसामलिक : बघेला, सेखुवानी।

बरगदवा : अशोकवां, रगरगंज, चिमनटोलवा होते हुए नेपाल में बिसुनपुरा, खैरहवा दुबे,खैरहवा, परसा, भगवानपुर, बरगदवा।

सिद्धार्थनगर जिले में इन इलाकों से तस्करी

बढ़नी, कपिलवस्तु, खुनुवा, लालपुर, शोहरतगढ़, मोहना, ढेबरुआ, हरिबंशपुर, अलीगढ़वा, ठुठरी, मोहना।

आसानी से करते आवागमन

बार्डर पर खड़े ट्रकों से माल आसानी से पार हो रहा है। साइकिल सवार लोग आसानी से पेट्रोल-डीजल लेकर नेपाल में चले जा रहे हैं। लोकल लोगों को सुरक्षा एजेंसियां कम रोकती टोकती हैं। इसका वे बेजा फायदा उठाते हैं।

पेट्रोल- डीजल की तस्करी आम बात है। इस पर रोक न लगने से बिचौलिए मालामाल हो रहे हैं। इसकी शिकायत डीआईजी से की जा चुकी है। कस्टम कमिश्नर को मामले से अवगत कराया जाएगा।

अनिल कुमार गुप्त, महामंत्री, भारत-नेपाल मैत्री समाज

महराजगंज जिले के बार्डर पर पूरी नजर रखी जा रही जा है। एक शिकायत मिलने पर जांच कराई गई। इसमें संलिप्त पाए गए पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। हर हाल में बार्डर पर तस्करी रोकने का निर्देश दिया गया है। पुलिस कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

आरके चतुर्वेदी, डीआईजी, गोरखपुर रेंज