विज्ञापन पर लाइक कराने के बहाने की करोड़ों की ऑनलाइन ठगी

नोटबंदी के दौरान फर्जी कंपनियों के काउंट में जमा कराए करोड़ों रूपये

Meerut। नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपये की ब्लैकमनी को ठिकाने लगाने और सोशल मीडिया पर लाइक्स और कमेंट के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने दबोच लिया। मेरठ के एक पीडि़त की शिकायत पर सक्रिय साइबर सेल और क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को धर दबोचा।

चलाते थे फर्जी कंपनी

साइबर सेल के मुताबिक फर्जी कंपनी के चार बैंकों में खाते हैं, जिनमें लोगों से ठगे गए करोड़ों रुपये जमा कराए गए थे। साइबर सेल की मानें तो इन्हीं बैंकों के जरिये नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपये की ब्लैकमनी को व्हाइट किया गया।

विज्ञापन देकर ठगी

पुलिसलाइन में शनिवार को प्रेसवार्ता कर एसपी क्राइम शिवराम यादव ने बताया कि पीडि़त मेरठ के सुशील त्यागी ने बीते दिनों थाना नौचंदी में शिकायत की थी कि एस्टोनिस डिजिटल एडवरटाइजिंग सर्विस लिमिटेड के नाम से फर्जी कंपनी बनाकर कुछ लोग ठगी कर रहे हैं। पुलिस की जांच में पता चला कि कंपनी का पता और रजिस्ट्रेशन गलत है। साथ ही कंपनी द्वारा विभिन्न बैंकों में खुलवाए गए खातों से करोड़ों के लेनदेन की बात सामने आई।

एक पकड़ा, बाकी फरार

मामले में पुलिस ने प्रदीप सिंघल पुत्र जवाहर लाल निवासी गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि पोंजी सॉफ्टवेयर के जरिए यह लोग विज्ञापनों के लाइक बढ़वाने के लिए एजेंट बनने का लालच देते थे। हर लाइक पर 5 रूपये के साथ लाखों कमाने का सपना दिखाते थे। जानकारी के मुताबिक इस गैंग में 10 लोग काम करते हैं, जिसमें 2 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने मुख्य आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

यह साइबर ठग विज्ञापन पर लाइक के बहाने लोगों को लाखों रूपये कमाने का सपना दिखाते थे। एजेंट बनने के लालच में लोग ठगी का शिकार हो रहे थे। शातिरों ने नोटबंदी के दौरान पुरानी करेंसी को फर्जी कंपनियों के अकाउंट में जमा कराया और खपा दिया।

शिवराम यादव, एसपी, क्राइम

नौ कंपनियों में खर्च दिखाया कालाधन

- 17 अक्टूबर 2013 को खुली अशोका प्रियांशु बिल्डर्स प्रा.लि।

- 04 फरवरी 2014 को खुली अशोका शशांक इन्फ्राटेक प्रा.लि।

- 14 अक्टूबर 2015 को खुली श्री इंटरप्राइजेज प्रा.लि।

- 21 फरवरी 2017 को खुली एस्टोनिस डिजिटल प्रा.लि।

- 27 फरवरी 2017 को खुली एस्टोनिस रियर एस्टेट प्रा.लि।

- 28 फरवरी 2017 को खुली एस्टोनिस क्रिएटिव फिल्मस प्रा.लि।

- 04 मार्च 2017 को खुली एस्टोनिस आइटी सर्विस प्रा.लि।

- 21 मार्च 2017 को खुली एस्टोनिस ग्रोसरी महल प्रा.लि।

- 30 जनवरी 2017 को खुली एस्टोनिस डिजिटल क्लासीफाइड सर्विस प्रा.लि।

पड़ताल में खुला राज

- 16 जून 2016 से 16 जनवरी 2017 तक एक्सिस बैंक में 10 करोड़ 23 लाख 91,800 रुपये जमा हुए। वर्तमान में बैलेंस जीरो।

- 19 मार्च 2016 से 16 जनवरी 2017 तक आइडीबीआइ बैंक में 09 करोड़ रुपये जमा हुए। वर्तमान में बैलेंस जीरो।

- 01 मार्च 2016 से 27 सितंबर 2016 तक कोटक म¨हद्रा बैंक में 05 करोड़ 79 लाख 22,699 रुपये जमा हुए। वर्तमान में बैलेंस जीरो।

- 20 जनवरी 2017 से 01 दिसंबर 2017 तक इंडियन बैंक में एक करोड़ रुपये जमा हुए। वर्तमान में बैलेंस जीरो।