गूगल मैप से ढूंढिए अपने बीएलओ को.
वोटर बनने के लिए क्या आपको अब भी भटकना पड़ रहा है? कई बार पोलिंग सेंटर के चक्कर लगाने के बावजूद बूथ लेवल ऑफिस यानि बीएलओ नहीं मिल रहे? अगर जवाब ‘हां’ में है तो अब यह भागदौड़ छोडि़ए। थोड़ा भी नेट फ्रेंडली हैं तो इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर अवेलेबल ‘गूगल मैप’ की शरण में जाइए। आपको अपने पोलिंग स्टेशन की इनफॉर्मेशन के साथ-साथ अपने एरिया के बीएलओ, ईआरओ, डीईओ समेत चीफ इलेक्शन ऑफिसर का कॉन्टेक्ट नंबर भी आसानी से मिल जाएगा। किसी भी समस्या पर बस फोन घुमाइए और वोटर बन जाइए. 
वोटर इनफॉर्मेशन सिस्टम पर 
आपके पोलिंग स्टेशन का बीएलओ, इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ईआरओ) या डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर या उससे भी बड़ा ऑफिसर कौन है? इस बात की पूरी जानकारी चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट 222.ष्द्गशह्वह्लह्लड्डह्म्श्चह्म्ड्डस्रद्गह्यद्ध.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर अपलोड कर दी है। इसके लिए आपको वेबसाइट पर ‘वोटर इनफॉर्मेशन सिस्टम’ पर अवेलेबल लिंक ‘सर्च योर पोलिंग स्टेशन लोकेशन ऑन गूगल मैप’ पर क्लिक करना होगा। इस लिंक के जरिए ही आप सभी अफसरों के नाम और फोन नंबर्स की जानकारी आसानी से हासिल कर सकते हैं. 
पोलिंग स्टेशन लोकेशन ऑन गूगल मैप 
सर्च योर पोलिंग स्टेशन लिंक पर क्लिक करते ही आपकी कम्प्यूटर स्क्रीन पर ‘पोलिंग स्टेशन लोकेशन ऑन गूगल मैप’ लिखा वेबपेज ओपन होगा। इसमें आपको एक गूगल मैप दिखाई देगा। इस पेज पर आपको चार जानकारियां फिलअप करनी होंगी। पहला, अपना स्टेट। दूसरा, डिस्ट्रिक्ट। तीसरा असेम्बली कॉन्टीट्यूएंसी और चौथा अपने पोलिंग स्टेशन का नाम। फिर ‘क्लिक हेयर’ ऑप्शन पर एंटर करें. 
सारी इनफॉर्मेशन आपके सामने 
एंटर बटन प्रेस करते ही गूगल मैप पर आपका पोलिंग स्टेशन रेड कलर आइकन वाले मिनी बैलून के साथ डिस्प्ले हो जाएगा। बस आप इस बैलून पर क्लिक कीजिए। ऐसा करते ही आपके सामने एक बॉक्स ओपन होगा। इस बॉक्स पर आपके पोलिंग स्टेशन का नाम और एड्रेस मेंशन होगा। इसके अलावा बीएलओ, ईआरओ, डीईओ का नाम व मोबाइल नंबर लिखकर सामने आ जाएगा। यही नहीं चीफ इलेक्शन कमिश्नर का नाम और नंबर भी इसी बॉक्स में लिखा रहता है. 
सैटेलाइट और हाइब्रिड फॉर्म में भी 
अपना पोलिंग स्टेशन गूगल मैप पर आप सैटेलाइट और हाइब्रिड फॉर्म में भी देख सकते हैं। इसके लिए मैप पर ही दोनों ऑप्शन दिये हुए हैं। सैटेलाइट फॉर्म में आपको अपना पोलिंग स्टेशन का एरियल व्यू दिखाई पड़ेगा। जबकि हाइब्रिड फॉर्म पर क्लिक करने पर आपकी स्क्रीन पर आपके एरिया, नेशनल हाईवे व फेमस लैंडमार्क के नाम समेत कनेक्टिंग रोड-रूट्स की मार्किंग भी दिखाई पड़ेगी. 

गूगल मैप से ढूंढिए अपने बीएलओ को.

वोटर बनने के लिए क्या आपको अब भी भटकना पड़ रहा है? कई बार पोलिंग सेंटर के चक्कर लगाने के बावजूद बूथ लेवल ऑफिस यानि बीएलओ नहीं मिल रहे? अगर जवाब ‘हां’ में है तो अब यह भागदौड़ छोडि़ए। थोड़ा भी नेट फ्रेंडली हैं तो इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर अवेलेबल ‘गूगल मैप’ की शरण में जाइए। आपको अपने पोलिंग स्टेशन की इनफॉर्मेशन के साथ-साथ अपने एरिया के बीएलओ, ईआरओ, डीईओ समेत चीफ इलेक्शन ऑफिसर का कॉन्टेक्ट नंबर भी आसानी से मिल जाएगा। किसी भी समस्या पर बस फोन घुमाइए और वोटर बन जाइए. 

वोटर इनफॉर्मेशन सिस्टम पर 

आपके पोलिंग स्टेशन का बीएलओ, इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ईआरओ) या डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर या उससे भी बड़ा ऑफिसर कौन है? इस बात की पूरी जानकारी चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट 222.ष्द्गशह्वह्लह्लड्डह्म्श्चह्म्ड्डस्रद्गह्यद्ध.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर अपलोड कर दी है। इसके लिए आपको वेबसाइट पर ‘वोटर इनफॉर्मेशन सिस्टम’ पर अवेलेबल लिंक ‘सर्च योर पोलिंग स्टेशन लोकेशन ऑन गूगल मैप’ पर क्लिक करना होगा। इस लिंक के जरिए ही आप सभी अफसरों के नाम और फोन नंबर्स की जानकारी आसानी से हासिल कर सकते हैं. 

पोलिंग स्टेशन लोकेशन ऑन गूगल मैप 

सर्च योर पोलिंग स्टेशन लिंक पर क्लिक करते ही आपकी कम्प्यूटर स्क्रीन पर ‘पोलिंग स्टेशन लोकेशन ऑन गूगल मैप’ लिखा वेबपेज ओपन होगा। इसमें आपको एक गूगल मैप दिखाई देगा। इस पेज पर आपको चार जानकारियां फिलअप करनी होंगी। पहला, अपना स्टेट। दूसरा, डिस्ट्रिक्ट। तीसरा असेम्बली कॉन्टीट्यूएंसी और चौथा अपने पोलिंग स्टेशन का नाम। फिर ‘क्लिक हेयर’ ऑप्शन पर एंटर करें. 

सारी इनफॉर्मेशन आपके सामने 

एंटर बटन प्रेस करते ही गूगल मैप पर आपका पोलिंग स्टेशन रेड कलर आइकन वाले मिनी बैलून के साथ डिस्प्ले हो जाएगा। बस आप इस बैलून पर क्लिक कीजिए। ऐसा करते ही आपके सामने एक बॉक्स ओपन होगा। इस बॉक्स पर आपके पोलिंग स्टेशन का नाम और एड्रेस मेंशन होगा। इसके अलावा बीएलओ, ईआरओ, डीईओ का नाम व मोबाइल नंबर लिखकर सामने आ जाएगा। यही नहीं चीफ इलेक्शन कमिश्नर का नाम और नंबर भी इसी बॉक्स में लिखा रहता है. 

सैटेलाइट और हाइब्रिड फॉर्म में भी 

अपना पोलिंग स्टेशन गूगल मैप पर आप सैटेलाइट और हाइब्रिड फॉर्म में भी देख सकते हैं। इसके लिए मैप पर ही दोनों ऑप्शन दिये हुए हैं। सैटेलाइट फॉर्म में आपको अपना पोलिंग स्टेशन का एरियल व्यू दिखाई पड़ेगा। जबकि हाइब्रिड फॉर्म पर क्लिक करने पर आपकी स्क्रीन पर आपके एरिया, नेशनल हाईवे व फेमस लैंडमार्क के नाम समेत कनेक्टिंग रोड-रूट्स की मार्किंग भी दिखाई पड़ेगी.