-ब्लड बैंक स्टाफ कर रहा खून का कालाधंधा

-8 से 10 हजार रुपए में बिना डोनर दे रहे हैं खून

BAREILLY

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के ब्लड बैंक के कर्मचारी खून के बड़े सौदागर हैं, जो मुंहमांगा दाम लेकर खून बेच रहे हैं। वह भी सीएमएस और सीएमओ की नाक के नीचे। हैरत की बात है कि इन अधिकारियों को इस कालेधंधे की खबर तक नहीं है। या फिर जानबूझकर आंखों पर पट्टी बांधे हुए हैं। खून के काले कारोबार की भनक दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को लगी तो रिपोर्टर ने स्टिंग किया तो पता चला कि स्टाफ रुपया वसूल कर बिना डोनर के ही ब्लड मुहैया करा रहे हैं। आइए पढि़ए खून के बाजार का सच

ऐसे चल रहा खेल

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ब्लड देने के लिए लोगों को ब्लड बैंक में मौजूद स्टाफ पहले गवर्नमेंट के रूल्स बताकर आनाकानी करते हैं। मरीज की जिंदगी बचाने के लिए तीमारदार उनसे विनती करते हैं। पर स्टाफ उन्हें लौटा देते हैं बाद में पीछे से स्टाफ को भेजकर ब्लड देने के लिए सौदेबाजी कर जाती है। स्टाफ का आदमी तीमारदार को ब्लड दिलाने के लिए हामी भरता है और डील शुरू हो जाती है।

इस अंदाज में हुई डील

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर के साथ भी ब्लड बैंक के कर्मचारी ने कुछ इस अंदाज में डील करना शुरू की जिसकी वीडियो रिपोर्टर ने अपने मोबाइल में कर ली।

रिपोर्टर- सर ब्लड की जरूरत है।

स्टाफ- मरीज कहां है।

रिपोर्टर- सर सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में है। वाइफ है मेरी।

स्टाफ- डोनर है क्या।

रिपोर्टर- नहीं।

स्टाफ- तब तो ब्लड नहीं मिल पाएगा।

रिपोर्टर- सर प्लीज हेल्प कर दीजिए मैं रूपये भी खर्च कर लूंगा।

स्टाफ- सॉरी सर ऐसे ब्लड नहीं मिलेगा।

रिपोर्टर- ओके सर कहीं और पता कर लेता हूं।

स्टाफ- ओके देख लीजिए।

रिपोर्टर ब्लड बैंक से बाहर निकल आता है और पीछे से एक स्टाफ का व्यक्ति आवाज देकर रोकता है।

स्टाफ- अरे रुको।

रिपोर्टर- हां जी।

स्टाफ- ब्लड की जरूरत है।

रिपोर्टर- हां सर बहुत जरूरी है।

स्टाफ- ब्लड मिल जाएगा पर खर्चा होगा।

रिपोर्टर- सर खर्चा कितना होगा।

स्टाफ- 8000 रुपये।

रिपोर्टर- सर इतने रुपये नहीं हैं मेरे पास।

स्टाफ- ये तुम्हारी प्राब्लम है अगर चाहिएं तो बोलो वरना आगे बढ़ो।

रिपोर्टर- पर डोनर नहीं है मेरे पास।

स्टाफ- उसको भूल जाओ ये अब मेरे प्रॉब्लम है।

रिपोर्टर- ओके सर कितनी देर में मिल जाएगा ब्लड।

स्टाफ- दो घंटे।

रिपोर्टर- ओके सर मैं रुपयों को इंतजाम करता हूं। सर आप यहीं मिलेंगे।

स्टाफ- हां

रिपोर्टर- सर अपना मोबाइल नंबर दे दीजिए। ताकि मैं आपसे संपर्क कर सकूं।

स्टाफ- लिखो

रिपोर्टर उस स्टाफ का मोबाइल नंबर लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से बाहर निकल आया।

रिपोर्टर के पास आया फोन

ब्लड बैंक के स्टाफ ने रिपोर्टर के न पहुंचने पर उसे 3 बजे फोन किया और खून चाहिए या नहीं पूछा। रिपोर्टर ने उसे रुपयों का इंतजाम न हो पाने की बात कही। तो उसने कहा अगर शाम तक इंतजाम हो जाए तो इसी नंबर पर कॉल कर लेना। ब्लड मिल जाएगा।

मेरे पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई हैं। मामला गंभीर है जांच कराई जाएगी। आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।

सीएमएस डॉ। केएस गुप्ता।