RANCHI: आप गंभीर हादसे के शिकार हैं या आपके अंदर ब्लड की कमी है तो भूलकर भी रिम्स न जाएं, क्योंकि रिम्स ब्लड बैंक में एक यूनिट भी ब्लड नहीं है। जी हां, आपको सुनने में जरा अटपटा लग रहा होगा, लेकिन यही सच है। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल का तमगा चस्पा किये रिम्स प्रबंधन ने भी इसे लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। प्रबंधन का कहना है कि लोग ब्लड डोनेट करेंगे तभी तो ब्लड का स्टॉक होगा। मालूम हो कि रिम्स ब्लड बैंक की क्षमता एक हजार यूनिट ब्लड संग्रह करने की है। डीजे आईनेक्स्ट ने बुधवार को यह खुलासा किया था कि रिम्स के ब्लड बैंक में मात्र 25 यूनिट ब्लड ही बचा है, जिसमें निगेटिव ग्रुप का ब्लड बिल्कुल नहीं था।

मरीजों को हो सकती है परेशानी

रिम्स ब्लड बैंक में ब्लड की कमी की वजह से मरीजों को परेशानी हो सकती है। अगर गंभीर स्थिति में मरीज को लाया जाए और उसे ब्लड की जरूरत पड़ी तो रिम्स प्रबंधन ने इसके लिए किसी भी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में मरीजों के परिजनों को बाहर से ही ब्लड का इंतजाम करना होगा।

बढ़ेगा खर्च, परेशानी होगी सो अलग

अगर मरीजों के लिए ब्लड बाहर के अन्य ब्लड बैंकों से इंतजाम करना पड़ा तो उनपर दोहरी मार पड़ेगी। खासकर बाहर से आये मरीजों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ सकती है। सही गाइड नहीं मिलने से मरीजों के परिजन दलालों के भी शिकार हो सकते हैं।

वर्जन

हमारे पास ब्लड नहीं है तो कहां से देंगे। जिसे भी ब्लड की जरूरत होगी उसे बाहर से ही ब्लड का इंतजाम करना होगा।

-डॉ केके सिंह, एमओ, ब्लड बैंक