RANCHI: रिम्स में ब्लड की किल्लत दूर करने का जिम्मा मेडिकोज ने उठाया है, ताकि हास्पिटल में इलाज करा रहे मरीजों को आसानी से खून मिल सके। इसके लिए शुक्रवार को रिम्सोनियन हॉल में ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया। जिसमें 40 यूनिट खून कलेक्ट किया गया है। इसके बाद तत्काल ब्लड बैंक में प्रोसेसिंग के लिए भेज दिया गया। इसके बाद मरीजों को जरूरत पड़ने पर खून उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं वेटिंग वाले मरीजों को भी थोड़ी राहत मिल जाएगी। शनिवार से मेगा कैंप की शुरुआत होगी, जो एक हफ्ते चलेगा। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉ। अजीत, डॉ। सुरेंद्र, डॉ। सौरभ, डॉ। शिवम, डॉ। सृष्टि मल्होत्रा और डॉ। आदित्य राज कैंप आर्गनाइज करने में अहम रोल निभा रहे हैं।

डायरेक्टर व सुपरिटेंडेंट की इमरजेंसी मीटिंग

हास्पिटल के ब्लड बैंक में खून की कमी को लेकर डायरेक्टर डॉ। आरके श्रीवास्तव और सुपरिंटेडेंट डॉ। विवेक कश्यप ने जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के साथ मीटिंग की। इसमें ब्लड डोनेशन कैंप लगाने को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान जूनियर डॉक्टरों ने कैंप लगाने का निर्णय लिया। शनिवार से कैंप लगाने की योजना थी, लेकिन ब्लड की कमी को देखते हुए शुक्रवार दोपहर से ही ब्लड डोनेशन शुरू कर दिया गया।

एक हफ्ते चलेगा ब्लड डोनेशन कैंप

रिम्सोनियन हॉल में ब्लड डोनेशन की व्यवस्था की गई है, जहां कोई भी व्यक्ति आकर कैंप में ब्लड डोनेट कर सकता है। यह कैंप एक हफ्ते तक चलेगा। इसमें रिम्स के मेडिकोज के अलावा सीनियर डॉक्टर्स भी ब्लड डोनेट करेंगे, ताकि ब्लड बैंक में खून उपलब्ध हो सके। गौरतलब हो कि रिम्स में स्टेट का सबसे बड़ा मॉडल ब्लड बैंक है, जहां एक हजार यूनिट से अधिक ब्लड रखने की व्यवस्था है। इसके बावजूद ब्लड बैंक में खून नहीं है।