- भूकंप के झटके का साइड इफेक्ट, बीमार हो गए लाखों लोग

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GORAKHPUR : एक झटके ने अचानक लाखों लोगों को ब्लड प्रेशर का मरीज बना दिया। घर से नाश्ता कर निकला हर स्वस्थ इंसान अचानक बीमार हो गया। किसी को सिर दर्द ने दवा खाने पर मजबूर कर दिया तो कोई अचानक वीकनेस फील करने लगा। मिचली आना और घबराहट से हर तीसरा शख्स परेशान था। आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ जो सबको ब्लड प्रेशर की बीमारी हो गई। ये किसी वायरस या बैक्टीरिया का अटैक नहीं बल्कि भूकंप का साइड इफेक्ट है। दो मिनट के आए भूकंप ने दहशत के साथ लाखों को अनेक तरह की बीमारियां ने घेर लिया है।

ब्लड कंपोजिशन चेंज से हुई प्रॉब्लम

भूकंप के समय हाई इंटेंसिटी की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स निकलती हैं। इन वेव्स को सबसे तेजी से पानी में रहने वाले जीव कैप्चर करते हैं। जमीन पर चलने वाले मनुष्य भी इस वेब के संपर्क में आते हैं। इससे ह्यूमन बॉडी की मसल्स और ब्लड कंपोजिशन की केमिस्ट्री में चेंज आने लगता है। इस केमिकल लोचे से बॉडी में अनेक तरह की प्रॉब्लम शुरू हो जाती है। गिडिनेस (उल्टी, मिचली, चक्कर आना, पेट दर्द) की प्रॉब्लम तो आम है। साथ ही मसल्स के केमिकल में चेंज आने से वीकनेस, कमर दर्द जैसी प्रॉब्लम शुरू हो जाती है। भूकंप के इस साइड इफेक्ट से 99 परसेंट लोग अफेक्ट होते हैं।

हार्ट, बीपी मरीजों की बढ़ गई प्रॉब्लम

सीनियर फिजीशियन डॉ। संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि भूकंप के कारण इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स से जहां नॉर्मल इंसान को प्रॉब्लम होने लगती है, वहीं कई बीमार मरीजों की प्रॉब्लम बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि ब्लड प्रेशर, हार्ट, डायबिटीज, कैंसर और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के मरीज के सिम्पटम्स फिर बढ़ने लगते हैं। स्थिति गंभीर हालत तक पहुंच सकती है। हार्ट पेशेंट्स के अटैक पड़ने का चांस बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर के मरीज की स्थिति ठीक उस तरह हो जाती है, जैसे उसके शरीर से ब्लड निकाल लिया गया हो।

रुक सकता है डेवलपमेंट

सीनियर गाइनकोलॉजिस्ट डॉ। सुरहिता करीम ने बताया कि इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स प्रेग्नेंट लेडीज के लिए बहुत नुकसानदायक होती हैं। भूकंप के झटके से प्रेग्नेंट लेडीज कंजेनिटल अब्नॉर्मल्टी का शिकार हो सकती है। मतलब पेट के अंदर बच्चे का डेवलपमेंट रुक सकता है। साथ ही अगर लेडीज अधिक सेंसटिव हुई तो कई केस में बच्चा पैदा होने के बाद न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का मरीज हो सकता है। वहीं अगर अर्ली प्रेग्नेंसी का मामला हुआ तो मिसकैरेज के चांस भी बढ़ जाते हैं।

भूकंप का इफेक्ट देगा ये परेशानियां

- जी मिचलाना

- चक्कर आना

- पेट में लहर या एंठन होना

- मांसपेशियों में तनाव या खिंचाव आना

- बॉडी में कंपन या लहर जैसा महसूस होना

- रुक रुक कर उल्टी महसूस होना

- अचानक तेजी से थकान महसूस होना

- बॉडी में कमजोरी महसूस होना

- परमानेंट सिर दर्द

- परमानेंट कमर दर्द

- घबराहट होना

भूंकप के टाइम इलेक्ट्रो मैग्नेटिक वेव्स निकलती हैं जिससे बॉडी में कई चेंज आते हैं। इससे कई तरह की बीमारियां महसूस होने लगती हैं। हालांकि इन बीमारियों का कोई रीजन नहीं होता। साथ ही ख्ब् से ब्8 घंटे बाद इसका इफेक्ट कम हो जाता है।

डॉ। एस श्रीवास्तव, फिजीशियन

भूकंप के झटके प्रेग्नेंट लेडीज के लिए खतरनाक होते हैं। इसमें कई तरह की वेव्स निकलती हैं जो काफी नुकसान पहुंचाती हैं। इसके इफेक्ट से प्रेग्नेंट लेडीज के बेबी को कई तरह की बीमारियां भी हो सकती हैं।

डॉ। रीमा गोयल, गाइनकोलॉजिस्ट