- प्राइवेट ब्लड बैंक ब्लड व कंपोनेंट के रेट बढ़ाने की तैयारी में, ब्लड ट्रांसफ्यूजन संबंधी उपकरणों पर 12 फीसदी जीएसटी का असर

KANPUR: जीएसटी ने खाने-पीने, घूमने- फिरने से लेकर हर छोटी बड़ी चीज को महंगा कर दिया है। यहां तक कि जिंदगी देने वाला खून भी जीएसटी की मार से नहीं बच पाया है। शहर में एक दर्जन से ज्यादा प्राइवेट, चैरेटेबल व सरकारी ब्लड बैंक और कंपोनेंट यूनिट हैं। जीएसटी का इन पर भी असर पड़ा है। 12 परसेंट जीएसटी की वजह से ब्लड ट्रांसफ्यूजन से संबंधी उपकरणों के साथ ही डायग्नोस्टिक किट व रीजेंट भी महंगा हुआ है।

रीजेंट पर जीएसटी का असर

रीजेंट का उपयोग ब्लड संबंधी ज्यादातर जांचों में होता है। इसकी उपयोगिता को इस तरह से समझा जा सकता है कि मेडिकल कॉलेज की 24 घंटे पैथोलॉजी में हर साल एक करोड़ से ज्यादा का रीजेंट खरीदा जाता है। जिनकी मदद से ब्लड प्रोफाइल संबंधी ज्यादातर जांचे होती है। रीजेंट पर 12 फीसदी जीएसटी का असर ब्लड प्रोफाइल से जुड़ी ज्यादातर जांचों पर पड़ा है। जीएसटी से पहले इन पर कर 9 फीसदी तक ही था। कई पैथोलॉजी ने जांच की दरें 5 से 10 फीसदी तक बढ़ाई हैं।

डायग्नोस्टिक किट्स पर भी

डायग्नोस्टिक किटों में ब्लड कलेक्शन में प्रयोग होने वाली वेक्युटेनर, स्ट्रिप व अन्य कई तरह की चीजें आती हैं। वेक्युटेनर भी दो तरह के होते हैं। एक जिसमें ईडीजीए होता है.दूसरा जिसमें सामान्य तरीके से ब्लड का सैंपल लिया जाता है.दोनों ही

बाजार में 5 रुपए तक में मिल जाते हैं। इसके अलावा एचआईवी व अन्य रैपिड टेस्ट के लिए कार्ड आते हैं। इन पर भी जीएसटी की दर 12 परसेंट होने से इनके दाम बढ़ गए हैं।

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ब्लड बैग भी महंगे

ब्लड बैंकों में जिन पॉली बैगों में ब्लड स्टोर करके दिया जाता है। उन पर भी 12 फीसदी जीएसटी है। पहले यह दर और भी ज्यादा 18 फीसदी थी,लेकिन हो हल्ले के बाद इसे 12 फीसदी तक किया गया हालाकि अभी भी यह दर जीएसटी के पहले लगने वाले टैक्स से काफी ज्यादा है ऐसे में ब्लड बैंकों को इसकी खरीद पर मोटा पैसा खर्च करना पड़ रहा है। शहर के तीन प्रमुख सरकारी ब्लड बैंकों उर्सला, मेडिकल कॉलेज व कार्डियोलॉजी में ब्लड बैग सरकारी दरों पर ही आते हैं,लेकिन उसके अलावा शहर के दर्जन भर से ज्यादा प्राइवेट ब्लड बैंकों पर इसका असर दिखने लगा है। ब्लड के चार्जेस में 10 फीसदी तक बढ़ोत्तरी की गई है।

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फैक्ट फाइल-

कानपुर में ब्लड बैंक- 17

प्राइवेट ब्लड बैंक- 13

कानपुर में पैथोलॉजी- 25

सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों की पैथोलॉजी अलग

मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक में ब्लड की प्रतिदिन जरूरत- 150 यूनिट

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सरकारी ब्लड बैंक में रेट- 400 रूपए पीसीआरबी

प्लेटलेट के रेट- 300 रूपए

(डोनर के साथ)

प्राइवेट ब्लड बैंक में रेट- 600 रुपए डोनर के साथ

बिना डोनर के - 1200 से 2000 रूपए तक पीसीआरबी

प्लेटलेट के रेट- 600 से 1200 रुपए तक

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जीएसटी की वजह से ब्लड या जांचों के रेट बढ़ने की अभी जानकारी नहीं है। सरकारी ब्लड बैंकों में तो सारी खरीद शासन स्तर पर होती है। प्राइवेट लैब या ब्लड बैंकों में रेट बढ़ाए गए हैं तो मामले की जानकारी की जाएगी। अगर कोई इस संबंध में शिकायत करेगा तो संबंधित पैथोलॉजी या ब्लड बैंक से नोटिस जारी करेंगे।

-डॉ। एके सिंह, एसीएमओ व नर्सिग होम प्रभारी