-प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी ने की कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा

-हेलीकॉप्टर, ड्रोन व सीसीटीवी से होगी कांवड़ यात्रा की निगरानी

-करीब 3.5 से 4 करोड़ कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा का बना ब्लू प्रिंट

मेरठ: सहारनपुर में हुए सांप्रदायिक बवाल और नक्सल कनेक्शन पर भी पुलिस की नजर है। ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा को सहारनपुर कांड प्रभावित नहीं कर सकेगा। तो वहीं आतंकी गतिविधियों के इनपुट पर भी हम सतर्क हैं। शनिवार को कांवड़ यात्रा की तैयारी की समीक्षा कर रहे डीजीपी सुलखान सिंह ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के सवाल पर बताया कि निगरानी के पूरे इंतजाम पुलिस ने कर लिए हैं।

भगवा नहीं बनेगा हौव्वा

केंद्र और सूबे में भाजपा की सरकार और योगी के सीएम रहते हुए कांवड़ यात्रा के भगवाकरण पर पुलिस - प्रशासन सतर्क है। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि कंधे पर भगवा दुपट्टा डालकर कोई भी कांवड़ यात्रा को प्रभावित नहीं कर सकेगा। स्थानीय स्तर पर डीएम- एसएसपी को आदेश दिए गए हैं कि वे कांवडि़यों की पहचान करा लें, किसी भी राजनैतिक प्रयोजन को कांवड़ यात्रा के दौरान अनुमति नहीं होगी। शनिवार को 4 राज्यों ने आला अफसरों ने कमिश्नरी सभागार में कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने का दावा किया। कांवड़ यात्रा आरंभ की तिथि

श्रावण मास 10 जुलाई से प्रारम्भ हो रहा है। श्रावण शिवरात्रि का पर्व 21 जुलाई को मनाया जाएगा। इस दौरान यूपी समेत देश के अन्य हिस्सों से कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगाजल लेकर गंतव्य तक पहुंचते हैं।

सोशल मीडिया पर भी नजर

प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कांवड़ यात्रा को लेकर अस्पतालों में बेड आरक्षित कराए जाएं। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर, सीसीटीवी व ड्रोन से निगरानी की जाए। साथ ही सोशल मीडिया पर नजर रखी जाए और अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक रेलवे, सुनिश्चित करें कि ट्रेनों की छतों पर कोई सवारी ना करे, प्लेटफार्म नंबर बदलने की सूचना आकस्मिक स्थिति में ही दें।

असमाजिक तत्वों पर नजर

बैठक में डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि बाहर से आने वाली फोर्स के अलावा रिजर्व पुलिस भी रखी जाए। साथ ही यातायात प्रबंधन को सही ढंग से लागू किया जाए। इसके साथ ही ं.असामाजिक तत्वों पर नजर रखते हुए उन पर कार्रवाई की जाए.नागरिक सुरक्षा के कार्यकर्ताओं की मदद लें। बड़े मंदिरों व बड़े घाटों पर गाडि़यां खड़ी न होने दें।

मुकम्मल है तैयारी

-एडीजी (मेरठ जोन) आनन्द कुमार ने बताया कि कांवडि़यों के सुगम व सुरक्षित यातायात के लिए एनएच-58 को 10 जुलाई से 15 जुलाई तक एकल मार्ग व्यवस्था एवं 15 जुलाई की रात 12 बजे से रूट डायवर्जन प्रभावी रहेगा। रूट डायवर्जन हरिद्वार से दिल्ली, बिजनौर से दिल्ली, अंबाला से देहरादून, हरिद्वार से हरियाणा व दिल्ली से मुरादाबाद मार्ग के बीच प्रभावी रहेगा तथा उसी मार्ग से वाहनों की वापसी भी होगी। उन्होंने बताया कि स्थानीय निजी व सरकारी अस्पतालों में यात्रा के दौरान बैड आरक्षित रखने की व्यवस्था करायी जाएगी।

कायम करेंगे मिसाल

मंडलायुक्त (मेरठ) डॉ। प्रभात कुमार ने कहा कि इस बार की कांवड़ यात्रा को घटनारहित बनाकर मिसाल कायम करें तथा कायरें को अलग तरीके से व अभिनव सोच के साथ करने का प्रयास करें। जिस भी अधिकारी व कर्मचारी की कोई ड्यूटी लगायी जाती है, तो उसकी पूरी ब्रीफिंग अवश्य करें। रेडक्रॉस की फंडिंग का उपयोग करने, रूट डायवर्जन के प्वाइंट पर साइनेज व आदमी की व्यवस्था करें।

ये रहे मौजूद

आईजी मेरठ रेंज राम कुमार, एडीजी कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड आरएस मीणा, एडीजी बरेली जोन, मंडलायुक्त मुरादाबाद टी। वेंकटेश्वरा लू, च्वाइंट कमीश्नर ऑफ पुलिस ईस्टर्न रेंज दिल्ली पुलिस रविन्द्र, एसीपी नार्थ-ईस्ट डिवीजन नई दिल्ली रामचंदर, डीसीपी सेंट्रल फरीदाबाद भूपेन्द्र सिंह, डीआईजी मुरादाबाद रेंज ओंकार सिंह, डीएम मेरठ समीर वर्मा, एसपी सोनीपत अश्रि्वन, एसपी रेलवे मुरादाबाद रेंज केशव चौधरी, उप परिवहन आयुक्त मेरठ संजय माथुर, आरएम यूपीएसआरटीसी मेरठ एसके बनर्जी, पुलिस अधीक्षक करनाल जेएस रंधावा आदि सहित जनपदों के डीएम और एसएसपी मौजूद थे।