-सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट जारी होते ही खुशी से झूम उठे स्टूडेंट्स

-84.83 परसेंट परीक्षार्थी हुए पास, रिजल्ट देखने को कोचिंग से लेकर स्कूल्स में रहा जमावड़ा,

VARANASI

सीबीएसई दसवीं का रिजल्ट मंगलवार की दोपहर डिक्लेयर होते ही परीक्षार्थियों से लेकर शिक्षकों, अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गई। डिस्ट्रिक्ट में बेटियों ने परचम एक बार फिर लहराया। फ‌र्स्ट, सेकेंड व थर्ड पोजीशन पर उनका ही कब्जा रहा। शाम चार बजे जारी होने वाला रिजल्ट दोपहर में आते ही उसे देखने की उत्सुकता और भी बढ़ गई। किसी ने स्मार्टफोन पर रिजल्ट देखा तो साइबर कैफे पर पहुंचकर परीक्षार्थियों सहित अभिभावकों ने नतीजा देखा। इस साल रिजल्ट अंकों में जारी हुआ। ऐसे में फ‌र्स्ट, सेकेंड व थर्ड की प्रतिस्पर्धा फिर से शुरू हो गई।

बधाइयों का लग गया तांता

रिजल्ट जारी होने से पहले स्टूडेंट्स के दिल की धड़कन बढ़ी हुई थी। सभी को शाम चार बजे का इंतजार था। लेकिन समय से पहले ही रिजल्ट आ गया। इसके बाद परीक्षार्थियों सहित पेरेंट्स के फोन घनघनाने शुरू हो गए। बेहतर रिजल्ट जानने के इच्छुक दोस्त, रिश्तेदार सहित शिक्षक सम्पर्क करते रहे। कई स्कूल्स-कोचिंग के टीचर्स ने स्टूडेंट्स को मिठाइयां खिलाकर बधाई दी। हर स्कूल्स ने बेहतर रिजल्ट का अपना-अपना दावा किया।

बढ़ी थी धड़कने

करीब नौ साल बाद इस साल सीबीएसई ने सभी परीक्षार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षा अनिवार्य कर दिया था। यहीं नहीं इस साल मा‌र्क्स शीट में ग्रेडिंग के संग अंक भी जारी किए गए थे। इस साल दो-दो परिवर्तन के कारण रिजल्ट डिक्लेयर होने से पहले परीक्षार्थियों की धड़कन बढ़ी हुई थी।

सीबीएसई की ओर से पहले रिजल्ट का इंतजार शाम चार बजे हो रहा था। मगर, अचानक दोपहर डेढ़ बजे ही सीबीएसई ने रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया, तैयारियां शाम की कर रखे स्कूल्स-कोचिंग सेंटर्स में तो आपाधापी वाली स्थिति हो गई। पहले से परीक्षार्थियों के नंबर लेकर रखे कोचिंग, स्कूल्स के टीचर ने तत्काल नंबर देख-देखकर स्टूडेंट्स को कॉल करना शुरू कर दिया। तब पर शाम तीन बजे के बाद ही मेधावी पहुंचे।

बढ़ा लोड, गति हुई धीमा

रिजल्ट जारी होते ही रिजल्ट देखने के लिए सभी बोर्ड की वेबसाइट पर जैसे एक साथ टूट पड़े। लोड बढ़ते ही सर्वर ने साथ छोड़ दिया। शुरू-शुरू में सर्वर बिल्कुल भी काम नहीं किया। जबकि सीबीएसई ने सभी विद्यालयों के लिंक पर सीधे सभी परीक्षार्थियों का रिजल्ट भेज दिया था। बावजूद यह लिंक दोपहर तीन बजे के बाद खुला। इसके चलते परीक्षार्थियों का रिजल्ट देखने में स्कूल प्रबंधनों को काफी दिक्कत हुई। इसके चलते स्कूल को टापर्स की लिस्ट बनाने में शाम हो गई।

एक नजर

119

सीबीएसई स्कूल हैं डिस्ट्रिक्ट में

18034

रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स रहे 10वीं में

17859

परीक्षा में हुए सम्मिलित

15298

पास हुए परीक्षार्थी

9518

छात्र

5779

छात्राएं

2395

परीक्षार्थियों का कंपार्टमेंट

10वीं के लिए सीबीएसई के नियम :-

- स्टूडेंट्स के पास होने के लिए मुख्य पांच विषय की गिनती की जाएगी

-मुख्य पांच विषयों से ही प्रतिशत की गिनती होती है

-स्टूडेंट्स को 33 परसेंट (सिद्धांत + आतंरिक आकलन) स्कोर करना होता है।

-20 अंकों में आंतरिक मूल्यांकन व 80 अंकों की बोर्ड परीक्षा है।

-पास होने के लिए परीक्षार्थी को कुल मिलाकर 33 परसेंट मा‌र्क्स हासिल करना अनिवार्य है

-कक्षा दस में कोई प्रतिस्थापन नीति नहीं है। अतिरिक्त 6वां विषय किसी भी मुख्य विषय को प्रतिस्थापित नहीं करेगा।

-अतिरिक्त 6वां विषय एक भाषा है और बच्चे पांच मुख्य विषयों की भाषा में विफल रहता है तो केवल तभी बदला जाएगा।