4 मंडलों के 17 जिलों में मूल्यांकन शनिवार से शुरू

Meerut। बोर्ड परीक्षाओं की कापियों की जांच के लिए मेरठ परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चार मंडलों के 17 जिलों में मूल्यांकन शनिवार से शुरू हो गया। कॉपियों की जांच के लिए जनपद में 57 केंद्र हैं। इनमें 32,894 परीक्षकों को नियुक्त किया गया है, जो एक करोड़ से अधिक कापियों का मूल्यांकन करेंगे।

सीसीटीवी से निगरानी

मेरठ जिले में मूल्यांकन के लिए कुल 9,71,000 कापियां आई हैं.जिसके लिए जनपद में कुल 2,859 परीक्षक नियुक्त किए गए हैं। इनके मूल्यांकन के लिए हाईस्कूल में 152 डिप्टी हेड परीक्षक (डीएचई) और 1508 परीक्षक और इंटर में 117 डीएचई और 1082 एग्जामिनर नियुक्त किए गए हैं। वहीं, सीसीटीवी की निगरानी में मूल्यांकन कार्य शुरू हो गया है। वहीं पूरे परिक्षेत्र में इनमें हाईस्कूल स्तर के 18,224 परीक्षक हैं। इनमें 1,696 डिप्टी हेड परीक्षक (डीएचई) और 16,528 परीक्षक हैं। इंटरमीडिएट स्तर के 14,670 परीक्षक हैं। इनमें 1,427 डीएचई और 13,243 एग्जामिनर हैं।

डीएन कालेज में पौने तीन लाख कॉपियों की जांच

डीएन इंटर कॉलेज में सर्वाधिक 2,87,000 कापियां आवंटित की गई हैं। कालेज में 54 डीएचई और 605 परीक्षक हैं। के के इंटर कालेज में 2,10,000 कापियों के मूल्यांकन के लिए 78 डीएचई और 681 परीक्षक नियुक्त किए गए हैं। तीसरे केंद्र जीआइसी मेरठ में करीब ढाई लाख कापियां आवंटित की गई है। यहां 56 डीएचई और 477 परीक्षक नियुक्त किए गए हैं और राम सहाय इंटर कालेज गढ़ रोड में करीब 2,24,000 कापियां हैं।

समायोजन पर नही बन सकी सहमति

मूल्यांकन में परीक्षक नियुक्त होने के साथ ही शिक्षकों का परिक्षेत्र कार्यालय पर पहुंचने का सिलसिला दो तीन दिन पहले ही शुरु हो गया था। अधिकतर शिक्षक बीमारी का बहाना बनाकर बाहर के जिलों में मूल्यांकन करने से बचना चाह रहे थे लेकिन परिषद सचिव ने इस साल स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं कि किसी भी स्तर पर शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में जिले या मूल्यांकन केंद्र का समायोजन नहीं किया जाएगा।

शनिवार को सभी केंद्रों पर मूल्यांकन शुरु हो गया। परीक्षकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए।

गिरजेश चौधरी, डीआईओएस