- जूते मौजे पहनकर आने वालों को नंगे पैर देनी पड़ी परीक्षा

- शांतिपूर्वक बीता पहला दिन, नहीं मिला अप्रिय समाचार

बरेली :

यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का महाकुंभ थर्सडे को संगीत व शिक्षाशास्त्र की परीक्षा के साथ शुरू हो गया। सब्जेक्ट आसान होने के चलते पहला दिन तो शांतिपूर्वक बीता। बारिश के कारण कुछ परीक्षार्थी भीगते हुए भी पहुंचे। अफसरों ने किसी अव्यवस्था या फिर नकल की सूचना से इनकार किया है। निर्धारित समय से पहले परीक्षार्थी केंद्रों पर पहुंच गए।

सघन तलाशी के बाद मिला प्रवेश

सघन तलाशी के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश मिला। सुबह पौने आठ बजे कॉपियां दी गई। आठ बजे प्रश्नपत्र वितरित किए गए। केंद्र व्यवस्थापक सीसीटीवी से कक्षों की स्थिति पर नजर बनाए रहे। परीक्षा की सुचिता बनाए रखने के लिए जूते मौजे पहनकर आने वाले परीक्षार्थियों को नंगे पैर परीक्षा देनी पड़ी। सीसीटीवी वॉयस रिकॉर्डर से जुडे़ होने के कारण परीक्षार्थियों को बिना कक्ष निरीक्षक की अनुमति के जमीन पर गिरा पैन भी उठाने से मना किया गया।

पहली पाली में यह रही स्थिति

सुबह 8 से 11:15 बजे तक पहली पाली में हाईस्कूल की 19 व इंटरमीडिएट की परीक्षा 9 केंद्रों पर संपन्न हुई। हाईस्कूल में संगीत गायन विषय की परीक्षा के लिए पंजीकृत 394 परीक्षार्थियों में से 375 उपस्थित हुए। मात्र 19 स्टूडेंट परीक्षा देने नहीं पहुंचे। इंटरमीडिएट में काष्ठ शिल्प ग्रंथ व सिलाई की परीक्षा के लिए पंजीकृत 159 में से 134 ने परीक्षा दी, लेकिन 25 गैर हाजिर रहे।

मात्र दो सचल दल ही दिखे सक्रिय

सचल दलों ने भी पहली परीक्षा के दौरान भम्रण करने में गंभीरता नहीं दिखाई। सुबह की पाली में जिला स्तरीय छह सचल दल में से मात्र दो ही सक्रिय दिखे। जिन्होंने केंद्रों पर पहुंचकर पड़ताल की।

परीक्षकों की कमी नहीं हो सकी पूरी

शिक्षकों की हड़ताल से परीक्षा प्रभावित नहीं होने के अफसरों के दावों की पहले दिन ही हवा निकल गई। सभी केंद्रों पर परीक्षकों की कमी की शिकायत मिली। सचल दलों से व नियत्रंण कक्ष में फोन करके केंद्र व्यवस्थापक समस्या समाधान की मांग करते रहे।

कहीं स्टेटिक मजिस्ट्रेट तो कहीं पुलिस बल नदारद

कई केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट नहीं पहुंचे तो कहीं पर्याप्त पुलिस बल नहीं आने की शिकायत नियत्रंण कक्ष को मिली। डयूटी कटवाने को लेकर भी दिनभर डीआइओएस कार्यालय में भीड़ लगी रही।

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-फ‌र्स्ट डे काफी ईजी पेपर था, इसीलिए एग्जाम में बहुत ही अच्छा लगा। कॉलेज में भी कोई प्रॉब्लम नहीं हुई।

खुशबू, इंटरमीडिएट

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-बोर्ड एग्जाम देने आई तो डर लगा लेकिन पेपर काफी ईजी था। बहुत ही अच्छा पेपर हुआ, कॉलेज की तरफ से व्यवस्थाएं भी ठीक थीं।

सिल्की, हाईस्कूल

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-एग्जाम अच्छा हुआ, सेंटर भी दूर नहीं था, लेकिन सुबह बारिश के चलते आने में प्रॉब्लम हुई। पेपर ईजी था, इसलिए आसानी से सॉल्व हो गया।

तरन्नुम, इंटरमीडिएट

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-पेपर काफी ईजी था, इसी तरह सारे पेपर आ जाएं तो 80 प्रतिशत प्लस मा‌र्क्स से अधिक ही आएंगे। शुरूआत तो अच्छी हुई। जितना डर लग रहा था उतना कठिन पेपर नहीं था।

आरती, इंटरमीडिएट