वित्त विहीन शिक्षकों ने किया ड्यूटी करने से इंकार, कक्ष निरीक्षकों का टोटा

आधी-अधूरी तैयारियों के बीच परीक्षाएं होगी शुरू

Meerut। वित्त विहीन शिक्षकों ने इस बार बोर्ड परीक्षाओं की ड्यूटी से मना कर दिया है। इससे बोर्ड परीक्षाएं अब प्राइमरी शिक्षकों के भरोसे हैं। डीआईओएस की ओर से पूरे मंडल के लिए 1800 शिक्षकों की मांग की गई हैं। जिसमें से हजार वित्तविहीन शिक्षकों के एवज में मेरठ के लिए करीब 250 बेसिक शिक्षक की उपलब्ध हो सके हैं। ऐसे में बोर्ड परीक्षाएं करना विभाग के लिए बड़ी चुनाैती है।

दिनभर रही अव्यवस्थाएं

परीक्षा से एक दिन पहले बोर्ड कार्यालय व डीआईओएस कार्यालय में अव्यवस्थाओं को दौर रहा। जहां परीक्षार्थी एडमिट कार्ड के लिए परेशान रहें वहीं शिक्षक ड्यूटी लेने के लिए इधर-उधर चक्कर लगाते रहे। जबकि कुछ स्कूलों की ओर से प्रश्न-पत्र न लिए जाने की शिकायत भी सामने आई। डीआईओएस सरदार सिंह ने कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों की जगह बीएसए को प्राइमरी शिक्षकों के लिए पत्र लिख दिया है।

ऐसे रहेगी सख्ती

परीक्षा केंद्रों पर वीडियो रिकार्डिग होगी, कक्ष निरीक्षकों के पास होंगे आई कार्ड

जिस केंद्र पर सचल दस्ता होगा, उस केंद्र पर दूसरा सचल दस्ता भी अचानक पहुंचेगा व चेकिंग में लापरवाही पर नजर रखेगा।

कक्ष निरीक्षक यदि ड्यूटी नही देते हैं, तो उनसे स्पष्टीकरण और लापरवाही दिखाने पर वेतन काटने की भी कार्रवाई की जाएगी।

परीक्षा केंद्रों पर बोलकर यानि इमला नकल मिली तो कॉपियों की स्क्रीनिंग होगी। गलतियां मिली तो केंद्र को ब्लैक लिस्टेड कर एफआईआर दजर्1 होगी।

इस बार ये रहेगा खास

बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं में पहली बार बारकोडिंग की गई है।

कॉपियों के हर पेज पर लगेगी मुहर

एग्जाम सेंटर के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 रहेगी।

जीआईसी के अलावा कॉपियां जमा कराने के लिए दो सब सेंटर भी बनाए गए हैं। इनमें सेंट चा‌र्ल्स सरधना, किसान इंटर कॉलेज मवाना शामिल हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

नकल सामग्री परीक्षा केंद्र के अंदर न जाए।

कक्ष निरीक्षकों की कमी पर तुरंत सूचना दें।

बिना आईकार्ड के यदि कक्ष निरीक्षक ड्यूटी देने पहुंचे, तो निश्चित कार्रवाई होगी

फर्जी कक्ष निरीक्षकों की शिकायत मिली तो होगी एफआईआर

परीक्षा केंद्र पर नकल मिली को सेंटर इंचार्ज होगा जिम्मेदार

परीक्षा केंद्र पर मोबाइल फोन पूरी तरह से बैन हैं।