HAZIPUR/PATNA : नाविकों की मनमानी से राघोपुर प्रखंड के हजारों लोग दिनभर हलकान रहे। बीते सोमवार को पटना सदर एसडीओ और नदी थाना के द्वारा रुस्तमपुर एवं जेठुली घाट के सात नाविकों के खिलाफ कार्रवाई से नाराज नाविकों ने मंगलवार को दिनभर नावों का परिचालन बंद रखा। गंगा में नाव नहीं चलने से राघोपुर प्रखंड के सैदाबाद एवं रुस्तमपुर घाट पर हजारों लोगों को भारी परेशानी हुई। सबसे ज्यादा परेशानी दूध कारोबारी और सब्जी विक्रेता को झेलनी पड़ी। सभी लोग नाविकों से आग्रह करते रहे लेकिन नाविक नहीं पिघले। मिली जानकारी के अनुसार बीते सोमवार को पटना प्रशासन ने नावों के रजिस्ट्रेशन एवं ओवरलो¨डग को लेकर सात नाविकों पर कार्रवाई की थी। उक्त कार्रवाई से बौखलाए नाविकों ने मंगलवार की सुबह से रुस्तमपुर एवं सैदाबाद घाट पर पूरी तरह नाव का संचालन बंद कर दिया। इससे प्रखंड के दूध एवं सजी विक्रेता, दैनिक मजदूर, स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्र छात्राएं, व्यवसाई वर्ग के लोगों को काफी परेशानी हुई।

हजारों लीटर दूध बर्बाद

दूध विक्रेता ने बताया कि सुबह 8:00 बजे से घाट पर दूध लेकर आए हुए हैं लेकिन एक भी नाव घाट से नहीं खुल रही है जिसके कारण हम लोगों को काफी परेशानी एवं नुकसान होगा। राघोपुर प्रखंड से हजारों लीटर दूध रोजाना पटना, पटना सिटी और फतुहा आदि जगहों पर जाता है। दूध विक्रेताओं ने बताया कि नाव नहीं चलने के कारण एक दिन में एक लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।

दफ्तर नहीं पहुंच सके लोग

राघोपुर प्रखंड एवं अंचल कार्यालय प्रखंड के अलावा सरकारी विद्यालय, बैंक, अस्पताल आदि सभी सरकारी संस्थानों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा। दिनभर लोग प्रखंड एवं अंचल कार्यालय व सरकारी अस्पताल, बैंक में बैठे रहे लेकिन कोई कर्मी नहीं पहुंचा जिसके कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

सड़क भी कर दिया जाम

नाविकों ने कच्ची दरगाह-बतियारपुर मेन रोड को जाम कर दिया। सड़क जाम कर रहे नाविकों ने सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।