बोधगया के इस मंदिर में सात जुलाई को 10 धमाके हुए थे और तीन ज़िंदा बम बरामद किए गए थे. धमाकों में दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

स्केच जारी करते हुए एनआईए ने लोगों से इस व्यक्ति की पहचान संबंधी जानकारी के लिए मदद मांगी है.

संदिग्ध के दो स्केच जारी किए गए हैं, पहला नकाब के साथ और दूसरा बिना नकाब के.

जांच दल ने संदिग्ध का स्केच धमाकों के दिन की सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर बनाया है.

एनआईए की जांच

सात जुलाई को धमाकों के बाद एनआईए जांच में राज्य पुलिस की मदद कर रही थी, लेकिन घटना के क़रीब तीन दिन बाद जांच की पूरी ज़िम्मेदारी एनआईए को दे दी गई.

धमाकों की शुरुआती जांच में पाया गया था कि मंदिर में लगाए गए सभी 13 बम कम तीव्रता के थे.

घटना से पहले महाबोधि मंदिर की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी मंदिर की समिति ने एक निजी एजेंसी को सौंप रखी थी. बाद में ये ज़िम्मेदारी बिहार सैन्य पुलिस के हवाले कर दी गई.

राज्य सरकार ने मंदिर की सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ़) को तैनात करने की अपील की है, जिस पर केंद्र सरकार विचार कर रही है.

उधर राज्य सरकार ने इस घटना के बाद अपना आतंकवाद निरोधक दस्ता यानी एटीएस गठित करने की घोषणा की है.

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