- देवालिका की बॉडी को नहर में डालने के लिए ले गए थे कातिल

- नहर में पानी नहीं होने के चलते जंगल में ही फेंक दी थी बॉडी

- दो दिन और छुपाती पुलिस तो नहीं खोजी जा सकती थी बॉडी

Meerut: ये पुलिस और सावन जैन की बदकिस्मती रही कि मृतका की बॉडी मिल गई। वरना कातिलों की प्लानिंग बॉडी को नहर में फेंकने की थी। भगवान ने भी कातिलों का साथ नहीं दिया, नहर में पानी ही बंद करा दिया। सफाई के चलते नहर में पानी को रोका गया था। ऐसे में अगर बॉडी को कातिल नहर में फेंकते तो उसका पता चल जाता। और अगर नहर में पानी चलता होता तो बॉडी को ना पुलिस खोज पाती और ना ही परिजन। कातिल भी साफ निकल जाते और पुलिस की थ्योरी भी पास हो जाती।

ये थी प्लानिंग

कातिलों ने देवालिका के साथ रेप किया, उसका कत्ल किया और फिर अपहरण की कहानी रच डाली। मुख्य आरोपी सावन जैन ने अपने अपहरण की कहानी रचने के साथ ही इस कत्ल की वारदात को छिपाने की भरसक कोशिश की, लेकिन वह अपने मां-बाप से कुछ नहीं छुपा सका था। उसने अपने मां-बाप को सब कुछ बता दिया था। सावन जैन ने अपने दोस्तों संग मिलकर देवालिका का कत्ल किया और फिर उसकी स्कूटी को लेकर भाग आया था। स्कूटी कहीं और खड़ी करके किसी व्यक्ति के फोन से खुद को अपहृत बताया। पुलिस पहुंची और मामला खुलकर सामने आया।

नहर में फेंकने की थी प्लानिंग

जिस दिन अपहरण का किस्सा रचा गया उसी दिन सावन जैन और उसके साथियों ने कत्ल को अंजाम दे दिया था। खास बात ये कि कत्ल के बारे में परिजनों को सावन पहले ही बता चुका था। जिसके चलते उसको बचाने के लिए सब लोग जुट गए थे। वहीं देवालिका के नही मिलने पर परिजन और टीचर्स एसएसपी से मिले थे। जिसको लेकर सर्च अभियान शुरू कर दिया गया था। मामला उसी समय ओपन हो गया था और सावन जैन को भी पकड़ लिया गया था, जिसको छुड़ाने के लिए उसका दादा पूर्व एसडीएम लग गया था।

पुलिस के पास थी पूरी जानकारी

मामला कुछ हाईप्रोफाईल लोगों से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने भी सब जानकारी होते हुए इसको छुपाया था। साथ ही सावन जैन और उसके परिजनों को पहले ही बता दिया गया था कि अगर बॉडी मिली तो कोई नहीं बचेगा। सावन जैन को भी पुलिस इधर से उधर लेकर घूमती रही, लेकिन मौका-ए-वारदात तक नहीं पहुंच पाई। सावन जैन को जैसा कहा गया था वह वैसा ही कर रहा था, पुलिस भी उसके साथ लगी थी। सावन जैन के मुताबिक कत्ल सकौती के आसपास कहीं किया गया था। जबकि बॉडी गंग नहर के किनारे पाई गई।

बड़ी प्लानिंग

एक तरफ पुलिस और सावन जैन मिलकर खेल कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ बॉडी का नामोनिशान मिटाने की कोशिश की जा रही थी। उसकी बॉडी को गंग नहर में पानी में फेंकने की तैयारी थी। बॉडी को इस बीच गंग नहर में डालने की योजना तब फेल हो गई जब गंग नहर में पानी नहीं मिला। सावन के द्वारा बताए गए सीन से यह बॉडी मिलने का स्थान करीब ग्यारह किलोमीटर दूर था। इससे साफ है बॉडी को गंग नहर से करीब पचास मीटर अंदर जंगल में फेंक दिया गया। यह स्थान पुलिस की नॉलेज में भी था और दबाव के चलते पुलिस तुरंत वहां पहुंच गइ।