दोनों ग्रुप की आपसी टशन

फ्राइडे को एक तरफ हॉस्टल में स्टूडेंट अपने घर लौटने की तैयारी में जुटे थे तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी थे जो बदले की आग में जल रहे थे। उन्होंने इस बार होली में रंगों की जगह बम लेकर बदला लेने को तैयार थे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दोपहर में ही एक ग्रुप लाठी-डंडा के साथ तैयार जुटे थे। वहां लगे लोकल इंटेलीजेंस को भनक लग गई कि आज कुछ होने वाला है। मामला राधा कृष्णनन हॉस्टल और पीसीबी बनर्जी हॉस्टल से जुड़ा था. 

तीन बाइक से पहुंचे थे स्टूडेंट 

पीसीबी हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट ने बताया कि दोपहर में कुछ लड़के पीछे साइड से हॉस्टल में आ रहे थे। जिसमें सुमित उर्फ अच्युतानंद, चंदन सिंह, चंदन मिश्रा, विनोद यादव, विश्वेश्वर चौबे आदि थे। चंदन सिंह ने मीडिया को बताया कि जैसे ही सभी हॉस्टल के बाउंड्री के पास पहुंचे तभी तीन बाइक से छह लड़के वहां पहुंच गए। चंदन की माने तो बाइक से पहुंचे स्टूडेंट बम और तमंचा से लैस थे। उन्होंने पीसीबी के स्टूडेंट पर बम से हमला कर दिया. 

हाथ में ही ब्लास्ट हो गया 

पीसीबी के स्टूडेंट ने जब बाइक से पहुंचे स्टूडेंट को समझाने की कोशिश की तो उसे हॉकी के राड से सिर पर हमला कर दिया। इससे उसका सिर वहीं फट गया और ब्लड निकलने लगा। खून देख कर उसके साथियों से विरोध जताया तो वहां बमबाजी होने लगी। इस दौरान कई बम फोड़े। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो विष्णु शेखर ने जैसे ही बम लेकर फोडऩा चाहा, बम उसके हाथ में ही ब्लास्ट हो गया। ऐसे में उसका हाथ जख्मी हो गया। बम ब्लास्ट होते ही चंदन ने उसे दबोच लिया। वहीं दूसरी ओर बम बाजी सुनकर जब हॉस्टल के लड़के भी दौड़ पड़े. 

बाइक छोड़कर भाग निकले

हॉस्टल के लड़कों के पहुंचते ही बाइक सवार स्टूडेंट भाग निकले। हालांकि इस दौरान हॉस्टल के लड़कों ने विष्णु को पकड़ लिया और उनका बाइक नहीं ले जाने दिया। घटना की जानकारी मिलते ही कर्नलगंज पुलिस भी तत्काल हॉस्टल पहुंच गई। पुलिस ने देखा कि विष्णु जख्मी पड़ा है। सबसे पहले पुलिस ने उसे हटाया और हॉस्पिटल पहुंचा। वहीं दूसरी ओर पीसीबी के  स्टूडेंट विनोद यादव, विश्वेश्वर चौबे और चंदन मिश्रा को भी जख्मी देकर उन्हें फस्र्ट एड के लिए बेली हॉस्पिटल भेजा. 

बुरे फंसे नेता जी 

इस हमले के बाद पचासों स्टूडेंट कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में पहुंचे। बमबाजी और जानलेवा  हमले के आरोप में अच्युतानंद ने स्टूडेंट लीडर हिमांशु पाण्डेय, विष्णु शेखर, अखिलेश, आशीष और अर्जन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 147, 148, 286 और 307 के तहत मामला दर्ज कर जांच में जुटी है. 

दोनों ग्रुप की आपसी टशन

फ्राइडे को एक तरफ हॉस्टल में स्टूडेंट अपने घर लौटने की तैयारी में जुटे थे तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी थे जो बदले की आग में जल रहे थे। उन्होंने इस बार होली में रंगों की जगह बम लेकर बदला लेने को तैयार थे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दोपहर में ही एक ग्रुप लाठी-डंडा के साथ तैयार जुटे थे। वहां लगे लोकल इंटेलीजेंस को भनक लग गई कि आज कुछ होने वाला है। मामला राधा कृष्णनन हॉस्टल और पीसीबी बनर्जी हॉस्टल से जुड़ा था. 

तीन बाइक से पहुंचे थे स्टूडेंट 

पीसीबी हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट ने बताया कि दोपहर में कुछ लड़के पीछे साइड से हॉस्टल में आ रहे थे। जिसमें सुमित उर्फ अच्युतानंद, चंदन सिंह, चंदन मिश्रा, विनोद यादव, विश्वेश्वर चौबे आदि थे। चंदन सिंह ने मीडिया को बताया कि जैसे ही सभी हॉस्टल के बाउंड्री के पास पहुंचे तभी तीन बाइक से छह लड़के वहां पहुंच गए। चंदन की माने तो बाइक से पहुंचे स्टूडेंट बम और तमंचा से लैस थे। उन्होंने पीसीबी के स्टूडेंट पर बम से हमला कर दिया. 

हाथ में ही ब्लास्ट हो गया 

पीसीबी के स्टूडेंट ने जब बाइक से पहुंचे स्टूडेंट को समझाने की कोशिश की तो उसे हॉकी के राड से सिर पर हमला कर दिया। इससे उसका सिर वहीं फट गया और ब्लड निकलने लगा। खून देख कर उसके साथियों से विरोध जताया तो वहां बमबाजी होने लगी। इस दौरान कई बम फोड़े। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो विष्णु शेखर ने जैसे ही बम लेकर फोडऩा चाहा, बम उसके हाथ में ही ब्लास्ट हो गया। ऐसे में उसका हाथ जख्मी हो गया। बम ब्लास्ट होते ही चंदन ने उसे दबोच लिया। वहीं दूसरी ओर बम बाजी सुनकर जब हॉस्टल के लड़के भी दौड़ पड़े. 

बाइक छोड़कर भाग निकले

हॉस्टल के लड़कों के पहुंचते ही बाइक सवार स्टूडेंट भाग निकले। हालांकि इस दौरान हॉस्टल के लड़कों ने विष्णु को पकड़ लिया और उनका बाइक नहीं ले जाने दिया। घटना की जानकारी मिलते ही कर्नलगंज पुलिस भी तत्काल हॉस्टल पहुंच गई। पुलिस ने देखा कि विष्णु जख्मी पड़ा है। सबसे पहले पुलिस ने उसे हटाया और हॉस्पिटल पहुंचा। वहीं दूसरी ओर पीसीबी के  स्टूडेंट विनोद यादव, विश्वेश्वर चौबे और चंदन मिश्रा को भी जख्मी देकर उन्हें फस्र्ट एड के लिए बेली हॉस्पिटल भेजा. 

बुरे फंसे नेता जी 

इस हमले के बाद पचासों स्टूडेंट कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में पहुंचे। बमबाजी और जानलेवा  हमले के आरोप में अच्युतानंद ने स्टूडेंट लीडर हिमांशु पाण्डेय, विष्णु शेखर, अखिलेश, आशीष और अर्जन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 147, 148, 286 और 307 के तहत मामला दर्ज कर जांच में जुटी है.