धार्मिक कार्यक्रम के दौश्रान हुए धमाके

आज दोपहर उत्तरी बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले हिंदुओं के एक धार्मिक कार्यक्रम रूशमेला में एक के बाद एक कई धमाके हुए जिसमें 6 लोग घायल हो गए। स्थानीय पुलिस अधिकारी अब्दुल मजीद के मुताबिक घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद अबतक 5 संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मजीद के मुताबिक आयोजन से पहले मंदिर के पुजारी को धार्मिक आयोजन ना करने की धमकी भी दी गई थी। आपको बता दें कि इस इलाके में पिछले महीने इटली मूल के एक डॉक्टर और एक जापानी मूल के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इन सभी घटनाओं की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। कहा जा रहा है कुल दस श्रद्धालु धमाकों में घायल हुए हैं।

घायलों को अस्पताल पहुंचाया

दिनाजपुर में स्थित इस मंदिर में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है वहीं घटना के ठीक बाद पुलिस ने तीन संदिग्धों को धमाके में शामिल होने की आशंका के चलते गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले उत्तरी बांग्लादेश के शिया मस्जिद में एक अज्ञात बंदूकधारी ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हो गई थी। बांग्लादेश इस्लामिक फाउंडेशन के महानिदेशक शमीम मोहम्मद अफजल ने कहा था कि बांग्लादेश में शिया अल्पसंख्यक हैं और हमने बांग्लादेश के इतिहास में कभी इस तरह मस्जिद पर हमला नहीं देखा है। शमीम मोहम्मद ने ये भी कहा कि हमले की प्रकृति और समय आने वाले खतरे की ओर इशारा करता है।

बंगलादेश में बढ़ रहा है आतंकी संगठनों का दखल

क्राइम ब्रांच के संयुक्त निदेशक मोनिरुल इस्लाम ने इस हमले के बारे में कहा कि उन्हें इस बात के भी संकेत मिले हैं कि अंतराष्ट्रीय आतंकी गुट बांग्लादेश के चरमपंथी संगठनों के साथ मेलजोल बढ़ा रहे हैं। तब भी आतंकी संगठन आईएस से जुड़े एक ट्विटर अकाउंट के जरिए बांग्लादेश की मस्जिद में हुए हमले की जिम्मेदारी ली गई थी। ट्विटर पर लिखा गया था कि अल्लाह के एक बंदे ने मशीनगन से मस्जिद में गोलियां चलाईं। इस्लामिक स्टेट की ओर से मंदिर के पुजारी को धार्मिक समारोह आयोजित ना करने की धमकी जारी की हुई थी।

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