-एक दिन पहले से डालेंगे डेरा, मुकामी लोगों से लेंगे इलाके के हालात

-पीठासीन अधिकारियों के साथ ही मतदान कार्मिकों पर भी रखेंगे निगाह

GORAKHPUR: माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका, पोलिंग के दौरान सबसे ज्यादा है। इलेक्शन कमिशन की ओर से नियुक्त किए गए ऑब्जर्वर को वोटिंग के बाद सभी डीटेल्स निर्धारित प्रोफॉर्मा में अवेलबल करानी है। इसके लिए माइक्रो ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी अहम हो जाती है। उन्हें एक दिन पहले पहुंचकर पोलिंग सेंटर पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से पोलिंग सेंटर के संवेदनशीलता की जानकारी लेकर जनरल ऑब्जर्वर को उपलब्ध करानी है। यह बातें विधानसभा इलेक्शन में लगाए गए माइक्रो ऑब्जर्वर की ट्रेनिंग के दौरान मास्टर ट्रेनर्स ने कही। डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के संवाद भवन में ऑर्गनाइज इस ट्रेनिंग में चुनाव में माइक्रो ऑब्जर्वर की ट्रेनिंग से जुड़े अहम बिंदुओं पर चचर्1ा की गई।

हर स्टेप पर देनी होगी जानकारी

उन्होने बताया कि माइक्रो ऑब्जर्वर को मतदान के दिन यह देखना है कि पोलिंग शुरू होने से पहले पीठीसीन अधिकारी ईवीएम पर मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति में मॉकपोल कराया गया है। मॉकपोल रिजल्ट को ईवीएम से क्लीयर किया गया है या नहीं इसकी भी निगरानी करनी है। साथ ही इस पर भी ध्यान रखना है कि पोलिंग एजेंट अपने कैंडिडेट या उनके निर्वाचन अभिकर्ता का सिग्नेचर किया प्रारूप-10 पर नियुक्ति पत्र लेकर उपस्थित हुए हैं। साथ ही निगरानी रखनी है कि माकपोल के वक्त किस राजनैतिक दल के कितने अभिकर्ता मौजूद रहे। पोलिंग शुरू होने पर वोटर्स के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में अमिट स्याही ठीक से लगाई जा रही है और वोटर्स के पहचान पत्र का विवरण मतदाताओं के रजिस्टर-17 क में उचित तरीके से दर्ज किया जा रहा है या नही, इसपर भी नजर रखनी है।

वोटिंग से लिफाफों पर रखनी है निगाह

मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि पोलिंग के दौरान चैलेंज वोट, टेंडर वोट, दिव्यांग वोटर्स के लिए साथी की व्यवस्था, मतदान शुरू होने से पहले और बाद में पीठासीन अधिकारी की ओर से की जाने वाली घोषणाओं, साथ ही सभी तरह के लिफाफों और पैकटों की तैयारी पर पैनी नजर रखनी होगी। अन्य प्रक्रियाओं की कार्रवाई की जा रही है या नहीं, इसके बारे में भी जानकारी दी गई। मौके पर कैम्पियरगंज के प्रेक्षक राजेन्द्र चोलन, सहजनवां के जिल्सन सिमरे और गोरखपुर शहर व ग्रामीण के ऑब्जर्वर सुमन्त भांगे के साथ ही अलग-अलग विधानसभाओं के माइक्रो ऑब्जर्वर उपस्थित रहे। इसी सीरीज में शाम तहसील सभागार में पिपराइच विधानसभा के प्रेक्षक मंजूर अहमद लोन ने भी पिपराइच विधानसभा के माइक्रो आब्जर्वर के साथ बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए।