--UP Board के exam में हर centre पर होगी videography

--DM और DIOS ने मिटिंग कर लिया तैयारियों का जायजा

-केन्द्र व्यवस्थापकों से कहा, ढिलाई बिल्कुल न बरतें

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की साल ख्0क्ब् की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। एग्जाम फ् मार्च से शुरू होना है, जिसके लिए टयूजडे को डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और एजूकेशन डिपार्टमेंट ने फाइनल एक्सरसाइज की। नकल विहीन बोर्ड एग्जाम कराने के लिए सेंट एंथोनी इंटर कॉलेज में आयोजित मीटिंग में प्लान को फिनिशिंग टॅच देते हुए जरूरी गाइडलाइंस दी गई। सभी प्रिंसिपल्स को चेतावनी भरे लफ्जों में कहा गया निर्देशों का हर हाल में पालन सुनिश्चित कराया जाय। जांच में नकल मिलने पर केंद्र व्यवस्थापक को दोषी माना जाएगा।

ख् लाख म्फ् हजार 9क्0 स्टूडेंट्स

बोर्ड एग्जाम तीन मार्च से शुरू होकर चार अप्रैल तक होंगे। हाईस्कूल में एक लाख फ्7 हजार 8ख्फ्, इंटर में एक लाख ख्म् हजार 87 स्टूडेंट्स शामिल होंगे। जिसके लिए कुल ब्म्7 सेंटर बनाए गए हैं। सभी सेंटरों पर नौ हजार 789 कक्ष निरीक्षक तैनात होंगे। एग्जाम के लिए ब्म्7 सेंटर बनाए गए हैं। ख्0 सेंटरों को सेंसेटिव व तीन को मोस्ट सेंसेटिव लिस्ट में डाला गया है। डीएम और डीआईओएस ने सभी सेंटरों पर नकल विहीन एग्जाम कराने के लिए प्लानिंग करने के साथ ही प्रिंसिपल्स को भी प्लानिंग से अवगत कराया। इस बार बोर्ड एग्जाम में सभी एग्जाम सेंटरों के प्रिंसिपलों को परीक्षा की वीडियोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है। डीआईओएस महेंद्र कुमार सिंह ने टयूजडे को मीटिंग में कहा कि यदि पैसे की जरूरत पड़े तो फिर ऑटो विजुअल फंड का इस्तेमाल करें।

प्रिंसिपल्स को मजिस्ट्रेटी अधिकार

जिलाधिकारी पी गुरु प्रसाद ने मीटिंग में मौजूद सभी प्रिंसिपल्स को नकल विहीन एग्जाम कराने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि परीक्षा के दिनों के लिए सभी प्रिंसिपल्स को मजिस्ट्रेटियल पॉवर दी जा रही है। अपनी शक्ति का उपयोग करते हुए परीक्षा को बेहतर तरीके से संपन्न कराएं। उन्होंने प्रिंसिपल्स को निर्देश दिया कि कक्ष निरीक्षकों की सूची के अनुसार केंद्र पर तैनात शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को कार्यमुक्त करें। रिलीव न करने पर कार्रवाई होगी।

डीआईओएस ने दिए सवालों के जवाब

मीटिंग में प्रिंसिपल्स ने डीआईओएस से कई सवाल किए। डीआईओएस ने जवाब देते हुए कहा फार्म भरते समय यदि किसी स्टूडेंट का लिंग गलत अंकित हो गया है तो ऐसे में ब्वायज स्कूल में ब्वाय, ग‌र्ल्स स्कूल में ग‌र्ल्स का सेंटर होगा। एक सवाल के जवाब में डीआईओएस महेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि बोर्ड एग्जाम शुरू होने के बाद केंद्र व्यवस्थापक किसी भी कक्ष निरीक्षक को अपनी इच्छा के अनुसार कार्यमुक्त नहीं कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें अधिकारियों से अनमुति लेना अनिवार्य होगा।