Meerut: गुरूवार को पुलिस के हाथ पांव उस वक्त फूल गए। जब उन्हे बागपत रोड पर बम होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन बम निरोधक दस्ता पहुंचने में टाइम लग गया। रेलवे रोड पुलिस द्वारा बम निरोधक दस्ते को न बुलाना बड़ी लापरवाही माना जा रहा है। अगर, वास्तव में अटैची के अंदर बम और जिस प्रकार से पुलिस ने उसके ऊपर पानी डालकर देखा, तीन बार अटैची में डंडा मारकर देखा, उससे तो बड़ा हादसा हो सकता था। जिसका जिम्मेदार कौन होता? जबकि नियमों के मुताबिक, अगर कहीं बम होने की सूचना मिलती है तो वहां पुलिस जाकर भीड़ को दूर करती है, ओर बम निरोधक दस्ता बम को डिफ्यूज करने करता है।

---