PATNA/ CHAPRA : दिघवारा को अपनी बेटी प्रियंका पर भी देश का नाम रोशन करने की आशा है। जिस तरह रियो में साक्षी ने भारत को सिर उठाने का मौका दिया तो पीवी सिंधु ने देश का सीना चौड़ा कर दिया है। ठीक उसी प्रकार दिघवारा की किक बाक्सिंग खिलाड़ी प्रियंका से भी लोगों ने काफी उम्मीदें लगा रखी है। प्रियंका का चयन अंतर्राष्ट्रीय किक बाक्सिंग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारतीय किक बाक्सिंग टीम में हुआ है। वह इटली के आंद्रिया में आगामी क्ब्-क्9 नवंबर को होने वाले अंतर्राष्ट्रीय किक बाक्सिंग प्रतियोगिता में भाग लेगी। बेहतरीन फार्म व उच्च मनोदशा की धनी प्रियंका का चयन भारतीय टीम में होने से लोगों में काफी खुशी है और दुआ करते है कि प्रियंका भी देश का नाम रोशन करे।

देश का बढ़ाएगी मान

मिट्टी की ट्रैक, सुविधाओं का अभाव व स्पांसर की कमी के बीच पदकों की भूख के कारण प्रियंका ने अपनी मेहनत व लगन से इस मुकाम को हासिल किया है। प्रियंका कहती है कि वे भी ओलंपिक जैसे खेलों में हिस्सा लेकर देश का नाम रोशन करना चाहती हैं। प्रियंका का मध्यमवर्गीय परिवार है। पिता नंदकिशोर प्रसाद दिघवारा के आमी मोड़ के समीप छोटी सी मिठाई व नाश्ते की दुकान चलाते हैं। कहते हैं कि बेटी प्रियंका ने अपने दम पर स्टेट की प्रतियोगिता में भाग लेकर पदक जीता है। उसके खेल कैरियर को संवारने के लिए मै पूरी कोशिश करूंगा। मेरी इच्छा है कि देश-विदेश जिला व गांव का नाम रोशन करे।

लालू ने दिया लाख रुपए का चेक

प्रियंका की मां पूर्व जिला परिषद सदस्य सोना देवी का कहना है कि हमें अपने आप पर नाज है भारतीय टीम में चयन होने के बाद आर्थिक समस्या आ रही थी। राजद के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद गुप्ता से मिलकर प्रियंका के भारतीय टीम में चयन की बात बतायी तो राजद सुप्रीमों लालू यादव ने एक लाख रुपये का चेक देकर आर्थिक सहयोग प्रदान किया। बेटी देश का नाम रोशन करे मेरी यही अंतिम इच्छा है।

कोच के प्रति जताया आभार

वहीं प्रियंका ने अपने कोच रौशन सिंह, धीरजकांत सिंह तथा आरजेएस कॉलेज के सचिव अशोक कुमार सिंह के प्रति आभार जताया। जिन्होंने हर समय मेरा हौसला आफजाई किया तथा किसी भी प्रकार की समस्या को आड़े नहीं आने दिया।