lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : आरोपी निशांत अग्रवाल ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) कुरुक्षेत्र से अपनी पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद ही इंडियन ऑयल में ज्वाइन किया था। वर्ष 2013 में उसने डीआरडीओ के ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्रोजेक्ट के प्रोडक्शन डिपार्टमेंट में बतौर सीनियर सिस्टम इंजीनियर ज्वाइन किया था। जांच मे पता चला है कि गिरफ्त में आया आरोपी निशांत अग्रवाल बेहद मेधावी छात्र था। उसका दिमाग बहुत तेज चलता था।

चुना गया था साइंटिस्ट ऑफ द ईयर
यही वजह है कि इंजीनियरिंग पास होते ही उसकी इंडियन ऑयल मुंबई में नौकरी लग गई। वहीं, जुलाई 2013 में वह डीआरडीओ ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट के प्रोडक्शन डिपार्टमेंट में सिस्टम इंजीनियर के पद पर सेलेक्ट हो गया। इन दिनों वह ब्रह्मोस के नये प्रोजेक्ट में लगी 40 सदस्यीय टीम को लीड कर रहा था। इस टीम में सिस्टम इंजीनियर, टेक्निकल सुपरवाइजर, टेक्निशियन शामिल हैं। निशांत को 2017-2018 का यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड भी मिल चुका है।

महिला एजेंट ने जॉब भी की थी ऑफर

आईजी एटीएस के मुताबिक, निशांत अग्रवाल से पूछताछ व उसके फेसबुक अकाउंट की जांच में पता चला कि उसकी पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट से दो साल पहले फेसबुक फ्रेंडशिप हुई थी। बताया गया कि चैटिंग के दौरान महिला एजेंट ने निशांत को जॉब भी ऑफर किया था। एटीएस ने निशांत व महिला एजेंट के बीच चैटिंग का डाटा रिकवर किया है। आईजी अरुण ने बताया कि फिलवक्त आरोपी निशांत को ऑफीशियल सीक्रेट एक्ट के तहत अरेस्ट किया गया है।

हनी ट्रैप में फंसा ब्रह्मोस प्रोजेक्ट से जुड़ा वैज्ञानिक, ISI की महिला एजेंट से करता था चैटिंग

हनी ट्रैप में फंसा बीएसएफ का ये जवान, आईएसआई को देता था सूचनाएं

National News inextlive from India News Desk