बीआरडी लाइव

GORAKHPUR: बच्चों की मौत की खबर की सूचना जैसे ही आला अफसरों को मिली वैसे ही जिला अस्पताल से लेकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज तक डॉक्टर अलर्ट हो गए। छुट्टी पर गए डॉक्टरों को आनन-फानन में बुला लिया गया। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने फौरन सभी विभागों के एचओडी और डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को 100 नंबर इंसेफेलाइटिस वार्ड के आईसीयू में बुला लिया। उधर, इससे पहले जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान और ब्लड बैंक में पर्याप्त ब्लड की व्यवस्था कर ली गई। बच्चों के अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर इलाज में जुट गए। पांच घायलों में से चार की हालत गंभीर है।

सीएम ने बीआरडी में घायलों का जाना हाल

दोपहर 1.30 बजे सीएम योगी आदित्यनाथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 100 नंबर इंसेफेलाइटिस वार्ड के आईसीयू पहुंचे। उन्होंने एक-एक कर घायलों के पास जाकर उनकी स्थिति के बारे में डॉक्टर्स से बात की और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का आदेश दिया। कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। इसकी जांच कराई जा रही है जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

ट्रामा सेंटर में खाली करा िदए गए बेड

दुर्घटना की सूचना के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तत्काल ट्रामा सेंटर के 20 बेड को खाली करा दिया। सभी स्टाफ को ताकीद की गई कि वह इस दुख की घड़ी में अपने कार्य को अच्छी तरीके से निभाए। डॉक्टर के साथ हेल्थकर्मी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहे।

पुलिस ने रोक दिया आने जाने वालों का रास्ता

हादसे के बाद 100 नंबर वार्ड के प्रवेश द्वार पर पुलिस के अफसर व कर्मी मुस्तैद रहे। उन्होंने तत्काल सभी को बाहर जाने को कहा और पूरी सुरक्षा की कमान अपने हाथों में ले ली। प्रवेश द्वार पर खड़े होकर अन्य मरीज के साथ आए तीमारदार नजारा देखते रहे।

सांसद, विधायक के आने जाने का लगा रहा तांता

रेल दुर्घटना की सूचना जैसे ही आम हुई। सांसद व विधायक के अलावा नेताओं का बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तांता लग गया। सभी घायलों का हाल जानने आईसीयू में पहुंच गए। सभी ने हादसे में घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मौके पर वित्तीय राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला, सदर विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल, पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह, सपा जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव, अमरेंद्र निषाद, निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद, मीडिया प्रभारी राघवेंद्र तिवारी उर्फ राजू आदि मौजूद रहे।

परिजनों के भोजन की व्यवस्था

हादसे की सूचना के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में घायलों के परिजनों को रहने के लिए तत्काल रैन बसेरा खाली कराया गया। धीरेंद्र बघेल की ओर से पीडि़त परिजनों के लिए भोजन की भी व्यवस्था कराई गई।