- डेड बॉडी की दुर्गति पर बिफरे पैरेंट्स, मेडिकल रोड किया जाम

- कूड़े,करकट की तरफ पड़ी रहती है डेड बॉडी, नहीं होती साफ सफाई

GORAKHPUR : सीआरपीएफ हवलदार की पत्‍‌नी और बच्चों की डेड बॉडीज प्रशासनिक कुव्यवस्था की शिकार हुई। पोस्टमार्टम हाउस में रखी डेड बॉडी की दुर्गति से आक्रोश का गुबार फूट पड़ा। गुस्साए फैमिली मेंबर्स ने सैटर्डे दोपहर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रोड पर जाम लगा दिया। पब्लिक का उबाल देखकर पुलिस-प्रशासन के अफसर एक्शन में आ गए। डंडे के बल पर जाम हटवाने का प्रयास किया गया। भारी पुलिस बल लगाकर मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन मेडिकल कॉलेज की मॉच्र्युरी की अव्यवस्था दूर करने का प्रयास नहीं हुआ। संवेदनहीनता का चरम देखकर लोगों ने कहा, 'यहां तो सबका यहीं हाल होता है.'

घटनाक्रम

12 बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचे सीओ कोतवाली।

12.30 बजे फॉरेसिंक विभाग की टीम पोस्टमार्टम हाउस पहुंची।

1.10 बजे पोस्टमार्टम के लिए फैमिली मेंबर्स को डेड बॉडी उठाने के लिए कहा गया।

1.20 बजे फैमिली मेंबर्स, गांव के लोग हंगामा करते हुए मेन गेट पर पहुंचे।

1.30 बजे लोगों ने मेडिकल कॉलेज रोड जाम करके प्रदर्शन शुरू कर दिया।

2.25 बजे पुलिस ने हलका बल प्रयोग करके जाम को खत्म कराया।

3.40 बजे डेड बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।

पीएम हाउस को पीएम की जरूरत

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम हाउस का कंस्ट्रक्शन करीब 10 साल पहले हुआ था.स्टेशन रोड से पोस्टमार्टम हाउस शिफ्ट होने के बाद जिम्मेदार इसको भूल गए। काफी हो हल्ला होने पर छह फ्रीजर का इंतजाम किया गया। रखरखाव के अभाव में फ्रीजर खराब हो गए। पिछले दो साल से फ्रीजर खराब पड़ा था। कुछ दिनों पहले चार फ्रीजर ठीक कराए गए, लेकिन वह डेड बॉडी रखने लायक कूलिंग नहीं करते। मर्चरी में प्रापर सफाई न होने से गंदगी पसरी है। इस वजह से उठने वाली भयंकर बदबू से ठहरना मुश्किल हो जाता है।

खुद सामान खरीदकर ले आते हैं फैमिली मेंबर्स

पोस्टमार्टम हाउस पर डेड बॉडी लेकर पहुंचने वाले लोग सारा सामान खरीदकर ले आते हैं। पोस्टमार्टम के लिए गलव्स, सुई, ब्लेड, अगरबत्ती, रुई, जार, लॉह और फिनायल तक परिजनों को खरीदना पड़ता है। डेड बॉडी को धुलने के लिए फिनायल यूज किया जाता है।

सबसे अंत में ली बेटे की जान

सैनिक के फैमिली मेंबर्स का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टर्स के पैनल ने किया। वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने एक-एक सबूत जुटाने का प्रयास किया। डेड बॉडी से वेजाइनल स्वेब भी डॉक्टर्स ने सुरक्षित किया। पोस्टमार्टम हाउस से जुड़े लोगों का कहना है कि सैनिक के बेटे अनूप की हत्या सबसे बाद में की गई। सभी को गंभीर चोट पहुंचाकर मारा गया है।