-सीएम के आदेश का भी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोई असर नहीं

- अब भी इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए नहीं शुरू हुई कोई तैयारी

- जगह-जगह गंदगी के अंबार, वहीं हाईजीन मेनटेन करने में भी फेल हैं जिम्मेदार

आस-पास गंदगी का अंबार

शनिवार की दोपहर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम बीआरडी मेडिकल कॉलेज परिसर में सफाई का जायजा लेने पहुंची। इस बीच देखा कि ट्रामा सेंटर ओटी पीछे गंदगी का अंबार लगा है और नालियां बजबजा रही हैं। वहीं मेडिसीन व एक्स-रे विभाग के पीछे झाडि़या ऊगी हैं और बिल्डिंग की छत से पानी गिर रहा है। नालियों में सिल्ट जमा होने की वजह से जल जमाव की स्थिति बनी है। वहीं गायनी अत्याधुनिक ओटी के पीछे और बगल में कूड़े का अंबार लगा है और नालियां सिल्ट से पूरी तरह जमी हैं। यहीं हाल आर्थो वार्ड से सटे नालियों की भी है। मेडिकल कॉलेज कैंपस में सफाई नहीं होने के चलते आस-पास गंदगी का अंबार है.

इंसेफेलाइटिस वार्ड की नालियों में जमा है सिल्ट

मेडिकल कॉलेज के 100 नंबर इंसेफेलाइटिस वार्ड से सटे नालियों में भी गंदगी जमा है। वहीं वार्ड से दस कदम की दूरी पर स्थित नालों की स्थित काफी भयावह है। मेडिकल कॉलेज से निकलने वाला कचरा इसी नाले से होकर गुजरता है। आलम यह है कि पिछले एक साल से इस नाले की सफाई तक नहीं हुई हैं। जिसके चलते संक्रमण बीमारियों का खतरा बना हुआ है.

प्रमुख सचिव नगर विकास सफाई न होने पर जताया रोष

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाहर व अंदर नालों की सफाई न होने के कारण वहां की सफाई व्यवस्था पर प्रभाव पड़ रहा है। मेडिकल कॉलेज में जेई व एईएस के मरीजों का इलाज होता है। नालों में गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बना रहता है। ऐसी दशा में विशेष सफाई अभियान चलाकर बराबर नालों की सफाई कराई जाए। समय रहते सफाई न होने के चलते प्रमुख नगर विकास ने नाराजगी जाहिर की है और फोन पर नगर आयुक्त व मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सफाई कराने का निर्देश दिया। साथ ही संबंधित सफाई निरीक्षण के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया है.

सफाई की वाट्सएप पर भेजे फोटो

प्रमुख नगर विकास द्वारा पत्र के माध्यम से नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया गया है कि वह मेडिकल कॉलेज के अंदर और बाहर के समस्त नालों की सफाई कराने के साथ सफाई के पूर्व कार्य कराते समय उसकी फोटो वाट्सएप पर भेजे।