- BRD medical college students ने बनाई थी ragging पर short film

- all india anti ragging committee ने समझ लिया ragging का मामला

- city magistrate और CO गोरखनाथ जांच के लिए पहुंचे medical college

GORAKHPUR: करने चले थे भलाई लेकिन हो गई बुराई। ये कहावत इस समय बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कुछ स्टूडेंट्स पर सटीक बैठती दिख रही है। रैगिंग को लेकर अवेयरनेस फैलाने की कोशिश में ये लोग उल्टा ऑल इंडिया एंटी रैगिंग कमेटी के निशाने पर आ गए हैं। इन स्टूडेंट्स की रैगिंग से जुड़ी शॉर्ट फिल्म को किसी स्टूडेंट ने यूट्यूब पर डाला जो देखते ही देखते वायरल हो गई। समस्या तब खड़ी हुई जब इस पर ऑल इंडिया एंटी रैगिंग कमेटी की नजर पड़ी। कमेटी ने इसे रैगिंग से जुड़ा मामला समझ इस पर जांच बिठा दी है। मामले की जांच सीओ गोरखनाथ को मिलते ही कॉलेज प्रशासन और फिल्म से जुड़े स्टूडेंट्स के लिए मुसीबत खड़ी हो गई। गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ गोरखनाथ मामले की जांच करने बीआरडी पहुंचे। मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी और प्रिंसिपल की मौजूदगी में स्टूडेंट्स के बयान लिए गए।

ये है film की कहानी

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग पर अवेयरनेस के लिए बीते 17 से 19 दिसंबर तक ब्लेज-2016 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 2013 बैच एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने शॉर्ट फिल्म बनाई। फिल्म में चार लड़कियां सीनियर बनकर आठ जूनियर लड़कों को मुर्गा बनाती हैं। इस फिल्म को किसी स्टूडेंट ने यूट्यूब पर डाल दिया। जो देखते ही देखते वायरल हो गई। ऑल इंडिया एंटी रैगिंग कमेटी की नजर इस पर पड़ी तो उन्होंने इसे रैगिंग का वीडियो समझ लिया। यहीं से सारा कंफ्यूजन शुरू हुआ। कमेटी ने तत्काल इस पर आपत्ति जताते हुए फोन पर बीआरडी प्रिंसिपल को मामले से अवगत कराया। इसके अलावा आला अफसरों से लिखित शिकायत भी कर दी। गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव और सीओ गोरखनाथ मामले की जांच के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने प्रिंसिपल से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली।

स्टूडेंट्स का लिया गया बयान

इस मीटिंग में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने रैगिंग कमेटी के सदस्य और फिल्म में शामिल एमबीबीएस स्टूडेंट्स को बुलाया था। रैगिंग कमेटी ने एक-एक कर सभी स्टूडेंट्स का बयान लिया। स्टूडेंट्स का कहना है कि यह फिल्म किसी को आहत करने के लिए बल्कि रैगिंग को रोकने के लिए बनी है। लिखित बयान लेने के बाद कमेटी ने जांच रिपोर्ट सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ गोरखनाथ को सौंप दी।

वर्जन

यह फिल्म किसी को आहत करने के लिए नहीं बनाई गई है। इसका मकसद स्टूडेंट्स के लाइफ स्टाइल को दिखाना है। इस फिल्म को किसने यूट्यूब पर वायरल किया, इसकी जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने पर ऐसा करने वाले पर कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ। राजीव मिश्रा, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज