20 दिनों से एलआईयू में पाक से आने-जाने वालों के नहीं आए आवेदन

पुलिस-प्रशासन की ओर से प्रक्रिया पर भी लगी है रोक, खुफिया विभाग सक्रिय

Meerut मेरठ से पाकिस्तान आने-जाने वालों पर रोक लगी है। पुलिस कार्यालय स्थित पाक सेक्शन में गत 20 दिनों से एक वीजा हासिल करने के लिए औपचारिकता के संबंध में एक भी आवेदन नहीं आया और नही मेरठ से किसी ने पाकिस्तान जाने के लिए आवेदन किया है। पुलवामा कांड के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान से आवाजाही पर रोक लगा दी है।

अलग से है पाक सेक्शन

पाकिस्तान से मेरठ आने और जाने वालों का सिलसिला आजादी और देश के बंटवारे के बाद से ही चल रहा है। इसी के चलते एसएसपी कार्यालय में वीजा प्रक्रिया से पूर्व जांच-पड़ताल के लिए एक पाकिस्तान पंजीकरण शाखा की स्थापना की गई है। लोकल इंटेलीजेंस के अधीन इस शाखा में वीजा से पूर्व आवेदन कर पाकिस्तान से भारत आने वालों को सर्टिफिकेट दिया जाता है, जिसके आधार पर वीजा तैयार होता है।

नहीं आया एक भी आवेदन

भारत-पाक सीमा पर तनाव के बाद से ही पंजीकरण शाखा में मेरठ आने के लिए पाकिस्तान से कोई आवेदन नहीं आया है। पुलवामा कांड के बाद से ही सीमा पार से लोगों का मेरठ आना-जाना बंद है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान से आवागमन को लेकर वीजा प्रक्रिया को और टफ कर दिया गया है तो वहीं फिलहाल पंजीकरण शाखा द्वारा किसी भी आवेदन को परश्यू न करने के निर्देश हैं। ऐसी स्थिति में यदि कोई आवेदन आ भी रहा है तो उसे 'नॉट रिकमंडेड' की श्रेणी में रखा जाएगा।

यह है प्रक्रिया

-पाकिस्तान पंजीकरण शाखा ब्लड रिलेशन में ही पाकिस्तान से मेरठ आने के लिए अनुमति दी जा रही है।

-वीजा की प्रक्रिया से पूर्व पाकिस्तान से मेरठ आने का इच्छुक आवेदक पंजीकरण शाखा में अपना ऑनलाइन आवेदन करता है।

-एम्बेसी के माध्यम से पहुंचे आवेदन पर लोकल इंटेलीजेंस इनवेस्टीगेशन करती है।

-आने वाले के प्रयोजन को राजपत्रित अधिकारी या सहायता प्राप्त स्कूल/कॉलेज का प्रिंसिपल प्रमाणित करता है।

-मेरठ जिस पते पर आवेदक आना चाहता है उस पते को वेरीफाई करते हुए बुलाने वाले से संबंध को भी एलआईयू पुष्ट करता है।

-पंजीकरण शाखा द्वारा ओके रिपोर्ट जारी होने के बाद ही वीजा की प्रक्रिया आरंभ होती है।

-पाकिस्तान से मेरठ आने वाला सर्वप्रथम शाखा अपने आगमन की जानकारी देता है और वापसी भी सुनिश्चित कराता है।